क्या एक बार फिर मार्केट में आएगा 1000 रूपये का नोट, RBI के गवर्नर ने दे दिया बड़ा संकेत |
2000 रूपये नोट बंद होने के बाद RBT के गवर्नर शाशिक्न्त दास की पहली प्रतिक्रिया सामने आया है| उन्होंने साफ कहा है की 4 महीने प्रयाप्त समय है आराम से नोट को बदलवा सकते है| वही 2000 रूपये नोट को बंद होने के बाद के प्रभाव के कम करने के लिए 1000 रूपये नोट को री-लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है|
2000 रूपये नोट बंद होने के बाद RBT के गवर्नर शाशिक्न्त दास की पहली प्रतिक्रिया सामने आया है| उन्होंने साफ कहा है की 4 महीने प्रयाप्त समय है आराम से नोट को बदलवा सकते है| वही 2000 रूपये नोट को बंद होने के बाद के प्रभाव के कम करने के लिए 1000 रूपये नोट को री-लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है| बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने हाल ही में दो हजार रुपये के नोट को चलन से वापस लेने का एलान किया है। अब यह मामला दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है। भाजपा नेता और वकील अश्विनी उपाध्याय ने एक जनहित याचिका दायर कर कहा है कि 2000 रुपये के नोट बिना किसी मांग पर्ची और पहचान प्रमाण के जमा कराने या अन्य छोटे मूल्य के नोट में नकद भुगतान किए जाने का आदेश मनमाना, तर्कहीन और भारत के संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है।
साथ ही साथ RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, 'जो भी परेशानी आएगी, उसे हम दूर करेंगे। हम भी बैंकों के जरिए इस प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। चिंता वाली कोई बात नहीं है। करेंसी मैनेजमेंट ऑपरेशन के तहत ही हमने 2000 के नोट सर्कुलेशन हटाने का काम शुरू किया है।
पहले भी दुकान में लोग 2000 के नोट नहीं लेते थे। हमारे ऐलान के बाद यह शायद और बढ़ गया है। हमने कहा था कि ये लीगल टेंडर बना रहेगा। आप 2000 के नोटों से खरीदारी कर सकते हैं। 30 सितंबर तक ज्यादातर नोट हमारे पास आ जाएंगे और फिर हम फैसला करेंगे।'
नोट बदलने के लिए ID की जरूरत नहीं
स्टेट बैंक ने रविवार को 2000 का नोट बदलने के लिए गाइडलाइन जारी की थी। भारत के सबसे बड़े बैंक ने कहा था कि नोट बदलने के लिए किसी ID की जरूरत नहीं है। कोई फॉर्म भी नहीं भरना होगा। एक बार में 10 नोट बदले जा सकेंगे।
स्टेट बैंक ने नोटिफिकेशन इसलिए जारी किया गया, क्योंकि सोशल मीडिया पर नोट बदलने को लेकर अलग-अलग जानकारियां दी जा रही थीं। कहा जा रहा था कि नोट बदलने के लिए आधार जैसी कोई ID जरूरी होगी और फॉर्म भी भरना होगा।
आज RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्या कहा, सवाल-जवाब में समझिए...
1. 2000 के नोट क्यों हटाए जा रहे हैं?
जवाब- यह फैसला करेंसी मैनेजमेंट के तहत लिया गया है।
2. फैसले का असर क्या, 2000 के नोट लीगल टेंडर रहेंगे, इकोनॉमी पर असर क्या?
जवाब- 2000 के नोट लीगल टेंडर रहेंगे। इसे सर्कुलेशन से हटाने के फैसले का इकोनॉमी पर असर बेहद कम पड़ेगा। सर्कुलेशन में चल रही कुल करेंसी का महज 10.8% हिस्सा ही 2000 के नोटों में है।
3. जनता से RBI ने क्या अपील की है?
जवाब- लोगों के पास 30 सिंतबर तक का वक्त है। हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है। किसी भी बैंक में नोट बदले जा सकते हैं। नोट बदलने के लिए बैंकों में भीड़ न लगाए, काफी वक्त है। 30 सितंबर तक ज्यादातर नोट हमारे पास आ जाने की उम्मीद है। 30 सितंबर के बाद पता चल जाएगा कि कितने नोट आए और कितने सर्कुलेशन में हैं। फिर फैसला करेंगे।
4. लोगों को परेशानियां आईं तो क्या करेंगे?
जवाब- जो भी परेशानी आएगी, उसे हम सुधारेंगे। हम भी बैंकों के जरिए इस प्रक्रिया पर नजर रखेंगे। चिंता वाली कोई बात नहीं है।
5. नोट जमा के लिए क्या कोई विशेष नियम है?
हमने 2000 का नोट जमा करने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं बनाई है। जैसे आप पहले बैंकों में नोट जमा करते थे, वैसे ही ये नोट भी डिपॉजिट किए जाएंगे। 50 हजार से ज्यादा के 2000 के नोट जमा करने पर PAN जरूरी होगा। ये व्यवस्था पहले भी थी।
6. बैंकों को क्या निर्देश दिए गए?
जवाब- बैंकों के लिए एक गाइडलाइन जारी की है। इसमें बैंकों से कहा गया है कि गर्मी को देखते हुए वो लोगों के लिए छायादार जगहों और पानी का इंतजाम करें। कितने नोट बदले गए और कितने जमा किए गए इसका रोजाना हिसाब रखें।
7. 2000 के नोट लाए ही क्यों गए थे?
जवाब- 2016 में नोटबंदी के दौरान जो करेंसी सर्कुलेशन से बाहर की गई थी, उसकी भरपाई के लिए 2000 के नोट लाए गए थे। तब से लेकर अब तक सर्कुलेशन में 2000 के नोट 50% तक घट गए हैं।
8. क्या 2000 के नोट सर्कुलेशन से बाहर करके 1000 के नोट दोबारा लाए जाएंगे?
जवाब- ये खाली कयास हैं। अभी ऐसा कोई प्रपोजल नहीं है।
9. 2000 के नोट बाजार से हटेंगे, रिप्लेसमेंट के लिए करेंसी है?
जवाब- हमारे पास पर्याप्त संख्या में प्रिंटेड नोट मौजूद हैं। ना सिर्फ RBI के पास पर्याप्त नोट हैं, बल्कि दूसरे बैंकों के पास भी करेंसी है। परेशानी वाली बात नहीं है। नोटों का स्टॉक भरपूर है