महाकुंभ पर लालू यादव का विवादित बयान, बयान के बाद बढ़ गया बिहार का सियासी पारा 

महाकुंभ पर लालू यादव का विवादित बयान, बयान के बाद बढ़ गया बिहार का सियासी पारा 

PATNA : लालू यादव अपने बयानों से हमेशा से सुर्खियों में बने रहते हैं. एक बार फिर से उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है. जिससे कि बिहार की राजनीति का पारा चढ़ गया है. इस बार लाल यादव ने महाकुंभ पर विवादित टिप्पणी की इसके बाद बिहार की राजनीति में बवाल तय है. दरअसल, बीते शनिवार की रात को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ हुई. जिसमे अबतक 18 लोगों की जान चली गई है. जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं.

 

जब इस घटना पर मिडिया ने लालू यादव से प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने कहा कि, “कुंभ का कोई मतलब नहीं है, कुंभ..कुंभ..कुंभ, ये सब फालतू चीजें हैं.” उनके इस बयान ने एक नई सियासी बहस को पैदा कर दिया है, क्योंकि कुंभ मेला देश के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, और करोड़ों लोग इसमें हिस्सा लेने के लिए हर साल प्रयागराज आते हैं.

 

हालांकि, लालू यादव का परिवार धार्मिक रूप से पहचाना जाता है, लेकिन कुंभ मेले में उनका न जाने का कारण विपक्ष के सवालों का विषय बना हुआ है. इस बार उनके बयान के बाद, विपक्ष ने एक बार फिर लालू यादव से पूछा है कि क्यों उन्होंने कुंभ स्नान में हिस्सा नहीं लिया. यह सवाल अब उनके बयान के बाद और भी तूल पकड़ सकता है, क्योंकि लालू यादव का यह बयान धार्मिक और राजनीतिक दोनों ही दृष्टिकोण से संवेदनशील माना जा रहा है.

लालू के इस बयान पर बिहार से लेकर देश की सियासत में नया बखेड़ा खड़ा होने वाला है. रेलवे और सरकार पर हमला बोलते हुए लालू प्रसाद ने महाकुंभ को ही फालतू बता दिया है. एनडीए में शामिल दल पहले से ही लालू प्रसाद को सनातन विरोधी बताते रहे हैं और अब बैठे बिठाए उन्हें लालू को घेरने का एक नया मुद्दा मिल गया है. लालू के इस बयान को लेकर सियासी पलटवार शुरू हो गए हैं.

REPORT - KUMAR DEVANSHU