अर्चना तिवारी गुमशुदगी: क्या साजिश का शिकार हुई जज परीक्षार्थी?,ग्वालियर के आरक्षक पर टिकी जांच

मध्य प्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली अर्चना तिवारी पिछले 12 दिनों से लापता है। अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी। रक्षाबंधन के मौके पर वह अपने घर लौट रही थी, लेकिन रास्ते में अचानक चलती ट्रेन से गायब हो गई। इस घटना ने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे प्रदेश को चिंता में डाल दिया है।परिवार ने बताया कि अर्चना की आखिरी लोकेशन भोपाल रेलवे स्टेशन के आसपास मिली थी। इसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया और वह रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। परिजन लगातार उसकी तलाश में जुटे हैं, वहीं पुलिस और प्रशासन भी हर एंगल,,,

अर्चना तिवारी गुमशुदगी: क्या साजिश का शिकार हुई जज परीक्षार्थी?,ग्वालियर के आरक्षक पर टिकी जांच

मध्य प्रदेश के कटनी जिले की रहने वाली अर्चना तिवारी पिछले 12 दिनों से लापता है। अर्चना इंदौर में रहकर सिविल जज की तैयारी कर रही थी। रक्षाबंधन के मौके पर वह अपने घर लौट रही थी, लेकिन रास्ते में अचानक चलती ट्रेन से गायब हो गई। इस घटना ने न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे प्रदेश को चिंता में डाल दिया है।परिवार ने बताया कि अर्चना की आखिरी लोकेशन भोपाल रेलवे स्टेशन के आसपास मिली थी। इसके बाद से उसका मोबाइल बंद हो गया और वह रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। परिजन लगातार उसकी तलाश में जुटे हैं, वहीं पुलिस और प्रशासन भी हर एंगल से जांच कर रहे हैं।

ग्वालियर कनेक्शन से बड़ा खुलासा
वहीं अब इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि अर्चना का ग्वालियर पुलिस के एक आरक्षक राम तोमर से लगातार संपर्क था। यही नहीं, उसी आरक्षक ने अर्चना का इंदौर से ग्वालियर तक का ट्रेन टिकट भी बुक कराया था।कॉल डिटेल रिपोर्ट (CDR) खंगालने पर खुलासा हुआ कि अर्चना और राम तोमर के बीच लंबे समय तक बातचीत हुई थी। इसी आधार पर जीआरपी ग्वालियर ने कार्रवाई करते हुए आरक्षक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।आरक्षक राम तोमर  भंवरपुर थाने में तैनात है।

कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी
खास बात यह कि पूछताछ में राम तोमर ने टिकट बुक करने की बात स्वीकार की है। हालांकि उसका दावा है कि अर्चना ने इस टिकट का इस्तेमाल ही नहीं किया। पूछताछ में यह भी पता चला है कि राम तोमर और अर्चना ने टिकट बुकिंग से पहले फोन पर बात की थी। इसका सीधा मतलब यह हुआ कि दोनों एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं और एक दूसरे को जानते हैं। हालांकि मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। फिलहाल पुलिस की आगामी कार्रवाई जारी है।

क्या साजिश की कड़ी जुड़ी है?
फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया है कि अर्चना तिवारी ग्वालियर तक पहुंची थी या रास्ते में ही उसके साथ कुछ हुआ। पुलिस अब हर एंग्ल से जांच कर रही है कि युवती की गुमशुदगी के पीछे किसी की साजिश  तो नहीं है। वहीं देर रात तक राम तोमर से पूछताछ की गई, लेकिन अभी तक उसकी भूमिका पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

पुलिस से मदद की गुहार 
जानकारी के लिए बता दें कि अर्चना के लापता होने की खबर ने पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है। कटनी में परिवारजन लगातार उसकी तलाश कर रहे हैं और पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे हैं। वहीं इन सब के बीच ग्वालियर कनेक्शन सामने आने के बाद मामला और पेचीदा हो गया है। फिलहाल पुलिस की कोशिश है कि जल्द से जल्द अर्चना का सुराग लगाया जा सके। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि अर्चना और आरक्षक राम तोमर के बीच आखिर किस तरह का रिश्ता था और युवती के लापता होने में उसकी कितनी भूमिका है।