आयकर विभाग ने रियल एस्टेट के कारोबार कुछ समूहों के ठिकानों पर की छापेमारी

आयकर विभाग ने बिहार में सोने और हीरे के आभूषण तथा रियल एस्टेट के कारोबार में लगे कुछ समूहों के ठिकानों पर छापे मार कर 100 करोड़ रुपये से अधिक के ऐसे लेनदेन का पता लगाया है जिसका हिसाब-किताब नहीं दिखाया गया है। वित्त मंत्रालय की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक पटना, भागलपुर, […]

आयकर विभाग ने रियल एस्टेट के कारोबार कुछ समूहों के ठिकानों पर की छापेमारी
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आयकर विभाग ने बिहार में सोने और हीरे के आभूषण तथा रियल एस्टेट के कारोबार में लगे कुछ समूहों के ठिकानों पर छापे मार कर 100 करोड़ रुपये से अधिक के ऐसे लेनदेन का पता लगाया है जिसका हिसाब-किताब नहीं दिखाया गया है।

वित्त मंत्रालय की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक पटना, भागलपुर, डेहरी-ऑन-सोन, लखनऊ और दिल्ली में फैले 30 से अधिक परिसरों में 17 नवंबर को तलाशी ली गयी। तलाशी में बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज और आय की चोरी को प्रदर्शित करने वाले डिजिटल साक्ष्य मिले जिन्हें जब्त किया गया है।

बयान के मुताबिक तलाशी अभियान के दौरान पांच करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और आभूषण मिले हैं और कुल 14 बैंक लॉकरों को सीज किया गया है। अब तक की गई तलाशी कार्रवाई में रुपये से अधिक के बेहिसाब लेनदेन का पता चला है। 100 करोड़।

विज्ञप्ति के मुताबिक प्राप्त साक्ष्यों से यह पता लगा है कि सोने और हीरे के आभूषणों के कारोबार में लगे समूहों में से एक ने अपनी बेहिसाब आय को आभूषणों की नकद खरीद, दुकानों के नवीनीकरण और अचल संपत्तियों में निवेश किया है। इस समूह ने बही खतों में 12 करोड़ रुपये की प्रविष्टि ग्राहकों से प्राप्त अग्रिम के रूप में दिखाया है। इसके अलावा उसके यहां से स्टॉक के भौतिक सत्यापन में 12 करोड़ रुपये के माल का कोई हिसाब किताब नहीं मिला है।

इसी तरह अचल संपत्ति के कारोबार में लगे एक अन्य समूह के परिसारों से जमीन की खरीद, भवन निर्माण और अपार्टमेंट की बिक्री में करीब 80 करोड़ रुपये के बेहिसाब नकद लेन-देन के सबूत मिले हैं। यह भी पता चला है कि समूह के प्रमुख व्यक्तियों ने अघोषित आय से भूमि और अन्य अचल संपत्तियां खरीदी हैं।

आयकर विभाग द्वारा आगे की जांच की जा रही है।