अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के मौके पर अररिया में नशा मुक्ति के लिए जागरूकता रैली निकाली गई बतये गए क्या होता है नशे का दुष्प्रभाव
पटना डेस्क : अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस पूरे विश्व में 26 जून को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है लोगों को नशे की बुरी आदत से छुटकारा दिलाना तथा उन्हें नशे से होने वाले दुष्प्रभाव से बचाना और इसके प्रति जागरूक करना। इसी को लेकर अररिया में टाउन हॉल से प्रभात फेरी निकाली गई।जिसमें अररिया एसपी अशोक कुमार सिंह, एसडीओ शैलेश चंद्र दिवाकर, एसडीपीओ रामपुकार सिंह सहित पुलिस के अधिकारी और जवानों के साथ स्कूली बच्चों ने भाग लिया।
अररिया टाउन हाल से निकली जागरूकता प्रभात फेरी में शामिल बच्चों ने हाथों में बैनर लेकर लोगों को नशे से बचने के लिए प्रेरित किया। प्रभात फेरी शहर के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए वापस टाउन हॉल में आकर समाप्त हुई। जहां स्कूली बच्चों के लिए नशे से बचने से संबंधित विषय पर वाद विवाद और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न वर्गों के बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों ने भाग लिया और मादक पदर्थों के सेवन से होने वाले नुकसान को लेकर जनजागरूकता हेतु पेंटिंग बनाई।
एसपी अशोक कुमार सिंह ने बताया कि नशीली चीजों और पदार्थों के निवारण के लिए प्रत्येक वर्ष 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस मनाया जाता हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने एक प्रस्ताव में 7 दिसम्बर 1987 से इसे मनाने का निर्णय लिया। तभी से पूरे विश्व में नशा निरोधक दिवस मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों को पारितोषित वितरण किया जाएगा।
रिपोर्ट : कुमार कौशिक/ मुर्शिद रजा