पटना के इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी की भव्य तैयारी, 501 पकवानों का महाभोग और रात 12 बजे विशेष महाभिषेक
कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर राजधानी पटना का इस्कॉन मंदिर भव्य सजावट और खास तैयारियों से जगमगा रहा है। सुबह 7 बजे से ही मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है और देर रात 1 बजे तक दर्शन का सिलसिला जारी रहेगा।इस बार जन्माष्टमी 6 शुभ योग में मनाई जा रही है। मंदिर को वृंदावन की तर्ज पर सजाया गया है, जिसके लिए थाईलैंड, बैंकॉक, कोलकाता और बैंगलोर से विशेष फूल मंगाए गए.....

कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर राजधानी पटना का इस्कॉन मंदिर भव्य सजावट और खास तैयारियों से जगमगा रहा है। सुबह 7 बजे से ही मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है और देर रात 1 बजे तक दर्शन का सिलसिला जारी रहेगा।इस बार जन्माष्टमी 6 शुभ योग में मनाई जा रही है। मंदिर को वृंदावन की तर्ज पर सजाया गया है, जिसके लिए थाईलैंड, बैंकॉक, कोलकाता और बैंगलोर से विशेष फूल मंगाए गए हैं।
श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम
बारिश को देखते हुए मंदिर प्रांगण में वॉटरप्रूफ पंडाल लगाया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर के दक्षिणी और उत्तरी छोर पर बैरिकेडिंग की गई है।दक्षिणी साइड से आने वाले श्रद्धालु अशोक सिनेमा हॉल से लाइन में प्रवेश करेंगे।उत्तरी साइड से आने वाले श्रद्धालु मौर्या लोक से होकर प्रवेश करेंगे।भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर परिसर में रुकने की अनुमति नहीं होगी। इस तरह से देखा जाए तो पूरी दुरुस्त व्यवस्था की गई है।
501 पकवानों का महाभोग और भजन-कीर्तन
जानकारी के मुताबिक, भगवान श्रीकृष्ण को आज 501 पकवानों का महाभोग अर्पित किया जाएगा। इस दौरान प्रसाद वितरण के लिए 5 पुजारी विशेष रूप से तैनात रहेंगे, जिससे अव्यवस्था न हो।मंदिर परिसर में मायापुरी और वृंदावन से आए कलाकार लगातार भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे। इससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाएगा।
रात 12 बजे विशेष महाभिषेक
जन्माष्टमी की मध्यरात्रि यानी 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का विशेष महाभिषेक होगा। इसके बाद देर रात 1 बजे तक मंदिर के द्वार भक्तों के लिए खुले रहेंगे। इस दौरान भगवान की लीलाओं का भी मंचन किया जाएगा।इस्कॉन मंदिर के अलावा पटना के महावीर मंदिर और अन्य प्रमुख श्रीकृष्ण मंदिरों में भी खास सजावट की गई है। महावीर मंदिर में भगवत गीता पाठ, भजन-कीर्तन और रात 12 बजे विशेष पूजा का आयोजन होगा। मंदिर परिसर को आकर्षक रोशनी और फूलों से सजाया गया है, जबकि प्रसाद के लिए नैवेद्यम भी तैयार किए जा रहे हैं।