पटना में बड़ा खुलासा: परीक्षा सेटिंग गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, BPSC का 60.. TRE का रेट 15 लाख'; 23 स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट जब्त

पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। TRE, TET, BPSC इंजीनियरिंग और ANM परीक्षा में सेटिंग करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पिछले 10 दिनों से जक्कनपुर थाना क्षेत्र स्थित माधव इंटरनेशनल होटल में ठहरे हुए थे। गुप्त सूचना पर पुलिस ने होटल में छापेमारी की और अजय कुमार सिन्हा नामक व्यक्ति को पकड़ा। उसके पास से 23 स्टूडेंट्स के ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स, विभिन्न बैंकों के ब्लैंक और हस्ताक्षर किए गए चेक बरामद....

पटना में बड़ा खुलासा: परीक्षा सेटिंग गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, BPSC का 60.. TRE का रेट 15 लाख'; 23 स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट जब्त

पटना पुलिस ने प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। TRE, TET, BPSC इंजीनियरिंग और ANM परीक्षा में सेटिंग करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी पिछले 10 दिनों से जक्कनपुर थाना क्षेत्र स्थित माधव इंटरनेशनल होटल में ठहरे हुए थे। गुप्त सूचना पर पुलिस ने होटल में छापेमारी की और अजय कुमार सिन्हा नामक व्यक्ति को पकड़ा। उसके पास से 23 स्टूडेंट्स के ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स, विभिन्न बैंकों के ब्लैंक और हस्ताक्षर किए गए चेक बरामद किए गए।

सेटर उदय झा भी गिरफ्तार
सिटी SP (पूर्वी) परिचय कुमार ने बताया कि अजय से पूछताछ में सेटर उदय झा का नाम सामने आया। अजय की निशानदेही पर समस्तीपुर में छापेमारी कर पुलिस ने उदय झा को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने एग्जाम में सेटिंग की बात स्वीकार कर ली है।पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने माना है कि TRE परीक्षा में सेटिंग के लिए 12 से 15 लाख, TET परीक्षा के लिए 1 से 2 लाख, BPSC इंजीनियरिंग परीक्षा के लिए 50 से 60 लाख और ANM परीक्षा के लिए 4 से 6 लाख रुपए की डिमांड की जाती थी।अब तक TRE परीक्षा में तीन कैंडिडेट्स की सेटिंग कराई  थी।

पुलिस की जांच जारी
गिरफ्तार आरोपियों के पास से मिले दस्तावेज़ों का वेरिफिकेशन कराया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अगर पैसे के लेन-देन के सबूत मिलते हैं, तो इसमें शामिल अभ्यर्थियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। दोनों ने पूछताछ में कुछ और लोगों के नाम भी बताए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।नालंदा निवासी अजय कुमार सिन्हा पहले शिक्षक था। नौकरी छोड़कर वह इस अवैध धंधे में शामिल हो गया। साल 2015 में पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र की पुलिस ने उसे एक फ्रॉड केस में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। बता दें कि इस बार गिरफ्तारी से बचने के लिए दोनों आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन नदी में फेंक दिए, जिनकी CDR रिपोर्ट निकाली जा रही है।