93 साल के बुजुर्ग ने एक-एक रुपया जोड़कर खरीदा प्यार का तोहफ़ा,दुकानदार ने दिखाई दरियादिली,वायरल हुआ वीडियो

प्यार अब ट्रेंड बन गया है। रिश्ता… अब टाइमपास हो गया है।जहां कभी सात फेरों में सात जन्मों का वादा होता था,आज वहां मोबाइल चैट पर एक-दूसरे को मिटाने की साजिशें होती हैं लेकिन इन्हीं अंधेरों के बीच कहीं-कहीं कुछ रौशनियाँ बाकी हैं…कुछ रिश्ते अब भी प्रेम और समर्पण की मिसाल हैं। इन्हीं में से एक हैं छत्रपति संभाजीनगर में रहने वाले 93 साल के निवृत्ति शिंदे और उनकी पत्नी शांताबाई। जहां आज के रिश्ते इंस्टाग्राम की स्टोरी से शुरू होकर कोर्ट की तारीख पर खत्म हो रहे हैं, वहां निवृत्ति शिंदे  और शांताबाई जैसे लोग प्यार ...

93 साल के बुजुर्ग ने एक-एक रुपया जोड़कर खरीदा प्यार का तोहफ़ा,दुकानदार ने दिखाई दरियादिली,वायरल हुआ वीडियो

आज का युवा वर्ग जहां शादी जैसे पवित्र बंधन को मजाक बना रहा है.. प्यार अब ट्रेंड बन गया है। रिश्ता… अब टाइमपास हो गया है।जहां कभी सात फेरों में सात जन्मों का वादा होता था,आज वहां मोबाइल चैट पर एक-दूसरे को मिटाने की साजिशें होती हैं लेकिन इन्हीं अंधेरों के बीच कहीं-कहीं कुछ रौशनियाँ बाकी हैं…कुछ रिश्ते अब भी प्रेम और समर्पण की मिसाल हैं। इन्हीं में से एक हैं छत्रपति संभाजीनगर में रहने वाले 93 साल के निवृत्ति शिंदे और उनकी पत्नी शांताबाई। जहां आज के रिश्ते इंस्टाग्राम की स्टोरी से शुरू होकर कोर्ट की तारीख पर खत्म हो रहे हैं, वहां निवृत्ति शिंदे  और शांताबाई जैसे लोग प्यार की असली परिभाषा बनकर खड़े हैं।

 मांग कर खरीदा प्यार 

बता दें कि छत्रपति संभाजीनगर में रहने वाले 93 साल के निवृत्ति शिंदे और उनकी पत्नी शांताबाई इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं। ये बुजुर्ग दंपत्ति सड़क पर लोगों से मांगकर अपना गुजारा करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, निवृत्ति शिंदे ने अपनी पत्नी के लिए 'मंगलसूत्र' खरीदने के लिए एक महीने में 1100 रुपये इकट्ठा किए थे। अपने जमा किए हुए पैसे लेकर निवृत्ति शिंदे अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र खरीदने के लिए आभूषण दुकान पहुंच गए। जहां उनकी कहानी सुनने के बाद, आभूषण दुकान के मालिक ने उन्हें 20 रुपये में 'मंगलसूत्र' दे दिया। 

एक-एक रुपया जोड़कर खरीदा प्यार का तोहफ़ा

दरअसल छत्रपति संभाजीनगर में गजानंद मंदिर के बाहर एक 93 साल के बुजुर्ग मांगकर किसी तरह गुजारा करते हैं। वो दिन भर ट्रैफिक सिग्नल पर आने-जाने वाले लोगों से पैसे मांगकर अपना पैसा जमा किए और ज्वैलरी शॉप गए। वहां अपनी पत्नी के लिए मंगलसूत्र दिखाने को कहा, जब दुकानदार ने कीमत मांगी तो ये सिर्फ 1100 दे पाए।वहीं दुकानदार ने भी दरियादिली दिखाते हुए बुजुर्ग को बिना पैसे लिए गहने दे दिए। ये वीडियो काफी वायरल हुआ है।

बेटों के कर्ज ने छीना सहारा

स्थानीय लोगों ने बताया कि ये दोनों पति-पत्नी गजानंद मंदिर के आसपास ही रहते हैं। इनका घर औरंगाबाद के किसी गांव में है। वहां इनका एक बेटा भी है। वह भी मजदूरी करता है।बुजुर्ग का कहना है कि बेटों ने कर्ज ले रखा था। इस वजह से इन्हें यहां आकर लोगों से मांग-मांगकर गुजारा करना पड़ रहा है। वहीं एक स्थानीय युवक ने कहा कि ये दिन भर एक-एक, दो-दो रुपया मांगकर कुछ पैसे जोड़ते हैं और हमारे पास आकर इन सिक्कों को देकर नोट लेते हैं, फिर अपने लिए खाना खरीदते हैं।