पटना की सड़कों पर STET अभ्यर्थियों का आक्रोश, TRE-4 से पहले परीक्षा की मांग, प्रदर्शन में एसटीइटी नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर
बिहार में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हजारों युवाओं को सरकार की नई परीक्षा नीति से गहरा झटका लगा है। TRE-4 से पहले STET कराने की मांग को लेकर पटना में 5000 से अधिक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं।प्रदर्शनकारी छात्रों ने जेपी गोलंबर से लेकर डाकबंगला चौराहा तक मार्च किया और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग कर रोक दिया। इसके बावजूद कैंडिडेट्स ने बैरिकेडिंग हटाकर सीएम हाउस तक पहुंचने की कोशिश की, जिससे...

बिहार में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे हजारों युवाओं को सरकार की नई परीक्षा नीति से गहरा झटका लगा है। TRE-4 से पहले STET कराने की मांग को लेकर पटना में 5000 से अधिक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए हैं।प्रदर्शनकारी छात्रों ने जेपी गोलंबर से लेकर डाकबंगला चौराहा तक मार्च किया और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें जेपी गोलंबर पर बैरिकेडिंग कर रोक दिया। इसके बावजूद कैंडिडेट्स ने बैरिकेडिंग हटाकर सीएम हाउस तक पहुंचने की कोशिश की, जिससे मौके पर तनावपूर्ण स्थिति बन गई। सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है।
क्या है STET विवाद का मूल कारण?
बता दें कि अभ्यर्थियों का प्रदर्शन पटना कॉलेज से शुरू हुआ। कैंडिडेट्स डाकबंगला चौराहा होते हुए सीएम हाउस घेराव करने जा रहे हैं। अभ्यर्थियों के हाथ में बिहार मांगे एसटीइटी और एसटीइटी नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर हैं।दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में घोषणा की थी कि TRE-4 की परीक्षा साल 2025 में और TRE-5 साल 2026 में ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि एसटीइटी का आयोजन TRE - 5 से पहले कराया जाएगा।यानी अब एसटीइटी परीक्षा 2026 में होगी।
TRE -4 से पहले STET की मांग
इस घोषणा से उन हजारों युवाओं को गहरा झटका लगा है जो TRE -4 से पहले एसटीइटी आयोजित कराए जाने की उम्मीद लगाए बैठे थे।अभ्यर्थियों का कहना है कि 'अगर एसटीइटी परीक्षा TRE -4 से पहले नहीं होती, तो सत्र 2022-2024 और 2023-2025 के बी.एड और बीटीसी प्रशिक्षु छात्रों को इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने का मौका नहीं मिल सकेगा।'
अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर लिखा
बता दें कि छात्रों के पास शिक्षक बनने के लिए आवश्यक पात्रता ही नहीं होगी, क्योंकि एसटीइटी के बिना वे TRE -4 में आवेदन करने के अयोग्य माने जाएंगे।'एक अभ्यर्थी ने सोशल मीडिया पर लिखा, "स्टेट हर हाल में TRE -4 से पहले होना चाहिए। जब बोर्ड ने साल में दो बार परीक्षा कराने की बात कही थी, तो अब इतना लंबा गैप क्यों दिया जा रहा है।'एक अन्य छात्र ने कहा, 'हमारी पूरी तैयारी इस उम्मीद पर थी कि एसटीइटी होगा और हम TRE -4 के लिए आवेदन कर पाएंगे, लेकिन सरकार ने अचानक दिशा बदल दी।'