पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बवाल, 2005 से नौकरी कर रहे लोगों कर दिया गया बाहर

पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बवाल, 2005 से नौकरी कर रहे लोगों कर दिया गया बाहर

पूर्णिया मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुधवार को जमकर बवाल मचा। सुबह में सफाई कर्मियों और सुरक्षा गार्ड ने हंगामा मचा दिया। सभी एक साथ अस्पताल पहुंच गये और अस्पताल अधीक्षक से मिलने की जिद की। नौकरी से हटाये जाने पर गार्ड सफाई कर्मियों में आक्रोश है। उनलोगों का आरोप है कि वे लोग इस अस्पताल में 2004 से सेवा दे रहे हैं लेकिन अब उन्हे नौकरी से हटा दिया गया है। दो महीने से उन्हे तन्ख्वाह नहीं दी गई है। इससे आक्रोशित सभी सुरक्षा गार्ड और सफाई कर्मी अस्पताल पहुंच गये और  हंगामा कर दिया। 

एक प्रदर्शनकारी गार्ड ने बताया कि 56 गार्ड को सिक्यूरिटी कंपनी ने हटा दिया है। वे लोग कंपनी से लड़ाई या झगड़ा नहीं करना चाहते हैं। उनकी मांग है कि जैसे वे पहले ड्यूटी कर रहे थे उन्हे करने दिया जाय। पर ऐसा नहीं हो रहा है। सभी गार्ड को नौकरी से निकाल दिया गया है। उनके जगह समानता सिक्यूरिटी इंटेलिजेंस कंपनी दूसरे लोगों को नौकरी दे दी है। इससे वहां पहले से काम कर रहे सिक्यूरिटी गार्ड में आक्रोश है। हालंकि अस्पताल अधीक्षक पूर्णिया में नहीं हैं, वो बाहर गये हुए हैं। वो कल आयेंगे, जिसके बाद वो प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधि से बात करेंगे और मामले का हल निकालेंगे। प्रदर्शनकारियों को ऐसा आश्वासन दिया गया जिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हुए। 


बड़ी संख्या में सफाई कर्मियों ने भी अपनी आवाजे बुलंद की। एक सफाई कर्मी ने बताया कि वे लोग करीब 40 की संख्या में हैं। 2005 से ही वे लोग यहां सेवा दे रहे हैं, तब ये सदर अस्पताल हुआ करता था। अब सदर अस्पताल की जगह  राजकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल बन गया है। लेकिन अब उनलोगों को ठेकेदार ने नौकरी से हटा दिया है। उनके जगह दूसरे लोगों को नौकरी दी जा रही है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जब उन्हे नौकरी मिली थी... उस समय उनलोगों को 1500 रुपये मिलते थे। अब उन्हे 9 हजार रुपये मिल रहे थे, लेकिन नौकरी से ही हटा दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उन्हे पुन: बहाल नहीं किया गया तो वे लोग आंदोलन करेंगे।