के के पाठक का नया निर्देश- सभी DM स्कूल मॉनिटरिंग सिस्टम' को बनाएं स्थाई
पटना डेस्क : जब से बिहार में के.के पाठक ने शिक्षा विभाग का कमान संभाला है. तब से अधिकारियों से लेकर शिक्षकों तक में उनका खौफ अब दिखने लगा है. क्योंकि पिछले कई दशक से बिहार के शिक्षकों की क्या स्थिति थी. यह जगजाहिर है. लेकिन जब से बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने जिम्मेवारी ली है. तब से सब कुछ सुधरता हुआ दिख रहा है. इसी संदर्भ में एक बार फिर के.के पाठक ने एक नया निर्देश जिला के सभी डीएम को जारी किया है.
इस निर्देश में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने 26 जुलाई को सभी जिलों के डीएम को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने विद्यालय की जांच को आगे भी लगातार जारी रखने का निर्देश दिया है. जिलाधिकारी को लिखे पत्र में पाठक ने कहा है कि, 1 जुलाई से सरकारी विद्यालयों में अनुश्रवण की व्यवस्था की गई है. इसके बेहतर परिणाम भी सामने आए हैं. प्रतिदिन औसतन 22 से 23000 विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है. इसी निरीक्षण व्यवस्था से विद्यालयों में शिक्षक एवं छात्रों की उपस्थिति में भी आशातीत वृद्धि नजर आई है. ऐसे में अनुश्रवण अभियान की सफलता को देखते हुए. इस व्यवस्था को अनुश्रवण व्यवस्था के रूप में परिवर्तित किया जाता है.
के के पाठक ने भी निर्देश दिया है कि, सभी डीएम प्रत्येक माह इस व्यवस्था के अनुसार निरीक्षण का रोस्टर अस्थाई रूप से निर्गत करें ताकि विद्यालयों का निरीक्षण एक स्थाई प्रक्रिया बने. 24 जुलाई से शाम 4:00 से 6:00 तक जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारी प्रधानाध्यापक से VC से जुड़ते हैं. ऐसे में जिला स्तर पर शिक्षा विभाग की कोई बैठक शाम ने न बुलाएं. दोपहर में ही जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बैठक रखने की परंपरा स्थापित करें.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक