बिहार में 3 चरणों में हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, दिवाली और छठ को ध्यान में रखकर आएगी तारीख

इस साल के अंत में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। वहीं चुनाव आयोग ने चुनावी तैयारियों को तेज कर दी है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार विधानसभा चुनाव दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। चुनाव की तारीखें दिवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को ध्यान में रखकर तय की जाएंगी ताकि पर्व-त्योहारों में मतदाताओं को कोई असुविधा न हो। चुनाव..

बिहार में 3 चरणों में हो सकते हैं विधानसभा चुनाव, दिवाली और छठ को ध्यान में रखकर आएगी तारीख

इस साल के अंत में बिहार विधानसभा का चुनाव होना है। वहीं चुनाव आयोग ने चुनावी तैयारियों को तेज कर दी है। संभावना जताई जा रही है कि इस बार विधानसभा चुनाव दो से तीन चरणों में कराए जा सकते हैं। चुनाव की तारीखें दिवाली और छठ जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को ध्यान में रखकर तय की जाएंगी ताकि पर्व-त्योहारों में मतदाताओं को कोई असुविधा न हो। चुनाव आयोग की टीम इसी महीने बिहार आएगी।

 इन दोनों त्योहारों का खास महत्व 

दरअसल, बिहार की सांस्कृतिक और सामाजिक संरचना में इन दोनों त्योहारों का खास महत्व है। छठ राज्य में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और यह लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ पर्व है।ऐसे में आयोग की मंशा है कि त्योहारों के दौरान लोगों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और चुनाव भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके।

2020 का विधानसभा चुनाव 3 फेज में हुआ था

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 तक है। ऐसे में संभावना है कि सितंबर से अक्टूबर के बीच आचार संहित लग जाएगी। माना ये भी जा रहा है कि सितंबर के लास्ट वीक से चुनाव की शुरुआत हो सकती है, जो पूरे अक्टूबर तक चलेगी। नवंबर के पहले वीक में नतीजे आ सकते हैं। गौरतलब हो कि 2020 का विधानसभा चुनाव 3 फेज में हुआ था।

CM फेस को लेकर सहमति नहीं 

विधानसभा चुनाव को लेकर NDA गठबंधन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का संकेत दिया है। महागठबंधन में अभी CM फेस को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। कहा जा रहा है कि तेजस्वी महागठबंधन का नेतृत्व कर सकते हैं, लेकिन कांग्रेस इसका कई बार खंडन भी कर चुकी है। प्रशांत किशोर की पार्टी भी इस बार चुनाव मैदान में है, इससे नए समीकरण भी बन सकते हैं।