उद्घाटन से पहले पटना मेट्रो की किरकिरी, बोर्ड पर हिन्दी.. इंग्लिश की गलतियां वायरल

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। इसी महीने इसका उद्घाटन प्रस्तावित है, इसलिए काम बुलेट ट्रेन की स्पीड से चल रहा है। डिपो में मेट्रो बोगियों का ट्रायल हो रहा है और स्टेशनों पर फिनिशिंग टच दिया जा रहा है। सबसे पहले प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो चलाने की तैयारी है लेकिन इस तेज़ी के बीच की गई लापरवाहियां अब सुर्खियां बटोर रही हैं। स्टेशनों पर लगाए गए सूचना बोर्ड और रूट मैप में  हिन्दी  और अंग्रेज़ी की गलतियां सामने आई हैं। इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल............

उद्घाटन से पहले पटना मेट्रो की किरकिरी, बोर्ड पर हिन्दी.. इंग्लिश की गलतियां वायरल

पटना मेट्रो प्रोजेक्ट अपने अंतिम चरण में है। इसी महीने इसका उद्घाटन प्रस्तावित है, इसलिए काम बुलेट ट्रेन की स्पीड से चल रहा है। डिपो में मेट्रो बोगियों का ट्रायल हो रहा है और स्टेशनों पर फिनिशिंग टच दिया जा रहा है। सबसे पहले प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो चलाने की तैयारी है लेकिन इस तेज़ी के बीच की गई लापरवाहियां अब सुर्खियां बटोर रही हैं। स्टेशनों पर लगाए गए सूचना बोर्ड और रूट मैप में  हिन्दी  और अंग्रेज़ी की गलतियां सामने आई हैं। इनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही हैं और लोग मजाक उड़ा रहे हैं।

रूट मैप पर बड़ी ग़लतियां
पटना मेट्रो के एक स्टेशन पर लगाए गए रूट मैप में पटना साइंस कॉलेज को हिंदी में “पटना विज्ञापन महाविद्यालय” लिखा गया है। अंग्रेज़ी में भी बड़ी गलती दिखी, जहां “College” की जगह “Collage” लिखा गया है। इसी बोर्ड पर पटना जंक्शन की स्पेलिंग भी गलत “Patna Juction” छपी है।कुछ दिन पहले ही एक और तस्वीर वायरल हुई थी, जिसमें पाटलिपुत्र की स्पेलिंग को “Patlipura” लिखा गया था।अक्सर अंग्रेजी को लेकर बिहार ट्रोलिंग का शिकार होता है, अब पटना मेट्रो की गलतियां इस ट्रोलिंग को और बढ़ावा दे रही हैं।

सोशल मीडिया पर किरकिरी
बता दें कि इन गलतियों को मामूली माना जा सकता है, लेकिन सोशल मीडिया पर बिहार की अंग्रेज़ी का मज़ाक बन रहा है। एक पोस्ट के कमेंट बॉक्स में प्रसून ठाकुर लिखते हैं, “बिहार में जैसा लोग बोलेंगे वैसा ही लिखेंगे ना, लैंग्वेज की टांग तोड़ देते हैं।” ऋषभ राज लिखते हैं, “अब कोई बाहर वाला यह सब देख के बिहारी बोल देगा तो इगो हर्ट हो जायेगा।” अरविंद कुमार लिखते हैं, “आजकल साइन बोर्ड लिखने का काम वेंडर करने लगे हैं। प्रूफ राइडिंग के अभाव में बेड़ा ग़र्क हो जाता है। पोस्ट करने वाले पेज ने लिखा कि आशा है कि उद्घाटन के पहले इसमें सुधार कर दिया जाएगा।