तेजप्रताप यादव को लेकर जीतनराम मांझी का दावा-कहा- तालाक के बहाने बचाया जा रहा नामी-बेनामी संपत्ति, ..लालू यादव का नाटक

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में चल रहे विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने एक बड़ा बयान दिया है। मांझी ने दावा किया है कि तेज प्रताप यादव को परिवार से निकालने का नाटक इसलिए किया गया है ताकि ऐश्वर्या राय से तलाक की सूरत में परिवार की नामी-बेनामी संपत्ति को बचाया जा सके। मांझी ने यह भी आरोप लगाया है कि जब ऐश्वर्या से शादी हो रही थी,...

तेजप्रताप यादव को लेकर जीतनराम मांझी का दावा-कहा- तालाक के बहाने बचाया जा रहा नामी-बेनामी संपत्ति, ..लालू यादव का नाटक
MANJHI

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के परिवार में चल रहे विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने एक बड़ा बयान दिया है। मांझी ने दावा किया है कि तेज प्रताप यादव को परिवार से निकालने का नाटक इसलिए किया गया है ताकि ऐश्वर्या राय से तलाक की सूरत में परिवार की नामी-बेनामी संपत्ति को बचाया जा सके। मांझी ने यह भी आरोप लगाया है कि जब ऐश्वर्या से शादी हो रही थी, तब भी तेज प्रताप किसी लड़की के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थे। मांझी ने आरोप लगाया है कि यह लालू यादव का नाटक है ताकि कोर्ट जब फैसले में गुजारा भत्ता देने कहे तो तेज प्रताप यादव कह सकें कि उनके पास देने के लिए संपत्ति ही नहीं है। 

अभी कोर्ट में कुछ फैसला आने वाला है- मांझी

मांझी ने आगे कहा कि अभी कोर्ट में कुछ फैसला आने वाला है। संभवतः ऐश्वर्या के पक्ष में होने वाला है। इस आशंका से इन्होंने रास्ता निकाला। जो भी उनके नाम से नामी-बेनामी संपत्ति है, उसमें ज्यादा हिस्सा ना मिले ऐश्वर्या को, या नहीं मिले, इसलिए उनको घर और परिवार से निकाल दिया गया। जब फैसला आएगा तो कहा जाएगा कि उसके पास कुछ नहीं है। बता दें कि अनुष्का यादव से संबंध की बात तेज प्रताप यादव के फेसबुक पेज से छपने और डिलीट होने के बाद ज्यादातर बड़े नेताओं ने चुप्पी साध रखी है, लेकिन मांझी ने पहले दिन से ही लालू परिवार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। 

इसलिए हम नाटक कहते हैं- मांझी

मांझी ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा- "जब तेज प्रताप और ऐश्वर्या की शादी हुई थी, उस समय भी तेज प्रताप किसी लड़की के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रहा था। ये जानते भर में शादी किए, गलती ये हुई। दूसरी बात, शादी जब हुई तो मारपीट करके, बेइज्जत करके घर से वो लड़की को निकाला गया, जो लड़की दारोगा प्रसाद राय की पोती थी। ऐसा जघन्य काम उस समय किया गया था, लालू प्रसाद का जमीर कहां चला गया था। इसलिए हम नाटक कहते हैं।"