मुजफ्फरपुर नाबालिग रेप पीड़िता मौत मामले में नीतीश सरकार का सख्त एक्शन, हटाए गए PMCH-SKMCH के प्रभारी

मुजफ्फरपुर की 9 वर्षीय नाबालिग के साथ हुए रेप और हत्या के दर्दनाक मामले को लेकर पूरे बिहार में आक्रोश का माहौल है। वहीं इस मामले में नीतीश सरकार ने एक्शन लेते हुए  प्रशासनिक स्तर पर कार्रवाई कर लापरवाही बरतने के आरोप में SKMCH की अधीक्षक डॉ. विभा  कुमारी को पद से हटा दिया है। साथ ही, PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत...

मुजफ्फरपुर नाबालिग रेप पीड़िता मौत मामले में नीतीश सरकार का सख्त एक्शन, हटाए गए PMCH-SKMCH के प्रभारी

मुजफ्फरपुर की 9 वर्षीय नाबालिग के साथ हुए रेप और हत्या के दर्दनाक मामले को लेकर पूरे बिहार में आक्रोश का माहौल है। वहीं इस मामले में नीतीश सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) में इलाज के दौरान बरती गई लापरवाही के मामले में जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की है। इस सिलसिले में PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत को उनके पद से हटा दिया गया है और एसकेएमसीएच की प्रभारी डॉ. कुमारी विभा को सस्पेंड कर दिया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने इस मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि कहीं न कहीं कोई लापरवाही हुई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है। साथ ही उच्च स्तरीय टीम भी गठित की गई है।

प्रभारी उपाधीक्षक  का नाम डा. अभिजीत

बता दें कि यह कार्रवाई तब की गई जब लगातार आरोप लगे कि पीड़िता को समय पर इलाज नहीं दिया गया और वह एंबुलेंस में ही तड़पती रही। घटना को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था और कानून-व्यवस्था की विफलता का मुद्दा उठाया था।इस मामले को लेकर आम जनता के साथ-साथ मानवाधिकार संगठनों में भी भारी नाराजगी है। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) पहले ही इस केस का संज्ञान लेकर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांग चुका है।

 इलाज के दौरान उसकी मौत 

वहीं सरकार की ओर से जारी लेटर में बताया गया है कि, SKMCH की अधीक्षक डॉ. कुमारी विभा ने रेफर पॉलिसी को फॉलो नहीं किया और अपनी ड्यूटी को ठीक तरीके से नहीं निभाया। फिलहाल उन्हें स्वास्थ्य विभाग पटना में अटैच किया गया है। वहीं, PMCH के प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. अभिजीत सिंह को पद से हटा दिया गया है। जारी लेटर में बताया गया है कि उन्होंने अपनी ड्यूटी सही ढंग से नहीं निभाई, जो उनकी प्रशासनिक विफलता है। गौरतलब है कि पीएमसीएच पहुंचने के बाद पीड़िता लभगभ 9 घंटे तक बाहर एम्बुलेंस में तड़पती रही थी।  1 जून को PMCH में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।