बिहार चुनाव से पहले गरमाई सियासत: जदयू पार्षद संजय सिंह का बड़ा दावा, कहा–सीएम नीतीश से प्रशांत किशोर ने मांगा था यह पद
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी गलियारों में बयानबाजी तेज़ होती जा रही है। बीजेपी, कांग्रेस, जदयू, राजद, लोजपा (रामविलास), वीआईपी और हम जैसे दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों में पूरी ताकत झोंक दी है। पीएम मोदी, अमित शाह, मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर राहुल गांधी तक लगातार बिहार का...

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी गलियारों में बयानबाजी तेज़ होती जा रही है। बीजेपी, कांग्रेस, जदयू, राजद, लोजपा (रामविलास), वीआईपी और हम जैसे दलों ने अपनी चुनावी तैयारियों में पूरी ताकत झोंक दी है। पीएम मोदी, अमित शाह, मल्लिकार्जुन खड़गे से लेकर राहुल गांधी तक लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं। इसी बीच, जनसुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर पर जदयू विधान पार्षद संजय सिंह ने बड़ा हमला बोला है।
शांत किशोर सत्ता के भूखे व्यापारी हैं-संजय सिंह
पटना में प्रेस वार्ता के दौरान जदयू विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा-"प्रशांत किशोर सत्ता के भूखे व्यापारी हैं, जिन्हें जनता की नहीं बल्कि पद की चिंता है। उन्होंने एक समय जदयू में रहते हुए उपमुख्यमंत्री पद की मांग की थी।“नीतीश कुमार ने उन्हें भरपूर सम्मान और मंच दिया, लेकिन आज वही उनके खिलाफ बयानबाज़ी कर रहे हैं।”संजय सिंह ने जनसुराज पार्टी को ‘धन बल पर खड़ी निजी दुकान’ बताते हुए कहा कि प्रशांत किशोर जनभावनाओं का नहीं, सिर्फ निजी स्वार्थों का प्रतिनिधित्व करते हैं। हैं। संजय सिंह ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने तेजी से विकास किया है और अब वह राज्य देश में प्रगति के नए मानक स्थापित कर रहा है।
बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की
गौरतलब हो कि 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में बीजेपी ने प्रचंड जीत हासिल की। इसके बाद बीजेपी का ग्राफ लगातार ग्रो कर रहा था।वहीं बिहार चुनाव में बीजेपी पीएम मोदी के नेतृव में उतरी लेकिन जदयू-राजद गठबंधन के सामने बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। बता दें कि इस जीत का श्रेय प्रशांत किशोर को दिया गया था। इसके बाद 2018 में उन्हें जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया लेकिन 2020 में उन्होंने पार्टी से नाता तोड़ लिया और अब जनसुराज यात्रा के माध्यम से गांव-गांव जाकर नीतीश सरकार पर हमला बोल रहे हैं।