बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर.के. सिंह से मिले पावर स्टार पवन सिंह:, X पर लिखा- एक नई सोच के साथ..एक नई मुलाकात

भोजपुर की राजनीति में पावर स्टार पवन सिंह ने एक तस्वीर साझा करके हलचल मचा दी है। सोमवार को अचानक बिहार की राजनीतिक गलियारों में तब हलचल मच गई जब भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री और  पूर्व सांसद आर.के. सिंह से मिलने पहुंचे। मुलाकात की तस्वीरें खुद पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा –"एक नई सोच के साथ, एक नई....

बीजेपी के वरिष्ठ नेता आर.के. सिंह से मिले पावर स्टार पवन सिंह:, X पर लिखा- एक नई सोच के साथ..एक नई मुलाकात

भोजपुर की राजनीति में पावर स्टार पवन सिंह ने एक तस्वीर साझा करके हलचल मचा दी है। सोमवार को अचानक बिहार की राजनीतिक गलियारों में तब हलचल मच गई जब भोजपुरी सिनेमा के पावर स्टार पवन सिंह दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री और  पूर्व सांसद आर.के. सिंह से मिलने पहुंचे। मुलाकात की तस्वीरें खुद पवन सिंह ने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा –"एक नई सोच के साथ, एक नई मुलाकात।

राजनीतिक संकेत या औपचारिक मुलाकात?
बता दें कि यह तस्वीर और पोस्ट सामने आते ही बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। जानकार मान रहे हैं कि यह मुलाकात महज औपचारिक नहीं, बल्कि आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक समीकरण का संकेत हो सकती है।राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि शाहाबाद में पवन सिंह ने एनडीए को जिस तरह करारी शिकस्त दी, उससे उनके राजनीतिक कद में अचानक इजाफा हुआ है।ऐसे में उनका आर.के. सिंह से मिलना यह संदेश दे रहा है कि वे राजनीति की गहरी बिसात बिछा रहे हैं।

आर.के. सिंह और पुराने मतभेद
बता दें कि हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में पवन सिंह भले ही काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने पूरे शाहाबाद की राजनीतिक तस्वीर बदल दी थी। उनके चुनावी प्रभाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आरा, काराकाट, बक्सर और सासाराम—चारों सीटों पर एनडीए का खाता नहीं खुल पाया।गौरतलब है कि 2024 चुनाव के दौरान आर.के. सिंह ने पवन सिंह का खुलकर विरोध किया था और पार्टी से निष्कासन तक की सिफारिश की थी।यही कदम भाजपा के लिए भारी पड़ गया। राजपूत समाज ने इसे अपनी अस्मिता से जोड़ लिया और नाराज़गी का असर चुनाव परिणामों में साफ दिखाई दिया। पवन सिंह को हार का सामान करना पड़ा।

चुप्पी लेकिन गहरी राजनीति
अब जब पवन सिंह और आर.के. सिंह की मुलाकात हुई है, तो सवाल उठने लगे हैं— क्या दोनों के बीच पुराने गिले-शिकवे मिटाकर कोई नया समीकरण तैयार हो रहा है। क्या पवन सिंह अब सिर्फ फिल्मों तक सीमित रहने वाले स्टार नहीं, बल्कि राजनीति में बड़ा चेहरा बनने की ओर बढ़ रहे हैं? दरअसल पवन सिंह के इस कदम से शाहाबाद की राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है। हालांकि, इस मुलाकात पर दोनों नेताओं ने चुप्पी साध रखी है।