स्वास्श्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग को लेकर कांग्रेस ने खोला मोर्चा, आवास का घेराव,नेम प्लेट पर गोबर- कालिख
मुजफ्फरपुर की 11 साल की रेप पीड़ित बच्ची की PMCH में मौत के बाद बिहार में राजनीतिक घमासान तेज हो गया है।इस मामले में स्वास्श्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग को तेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग को लेकर आज यानी बुधवार को कांग्रेसियों ने उनके आवास का घेराव किया। पुलिस ने हज भवन के...

मुजफ्फरपुर में नाबालिग के साथ दुष्कर्म और फिर पटना के पीएमसीएच में मौत के बाद बिहार में विपक्ष लगातार सरकार को घेरने में लगा है। वहीं इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग को तेकर कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग को लेकर आज यानी बुधवार को कांग्रेसियों ने उनके आवास का घेराव किया। पुलिस ने हज भवन के पास कांग्रेस नेताओं को बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे निकल गए। इस दौरान पुलिस से कांग्रेस कार्यकर्ताओं की झड़प भी हुई।
मंगल पांडे की तस्वीर पर कालिख
इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मंगल पांडेय के आवास के बाहर लगी उनकी तस्वीर पर कालिख पोत दी। यही नहीं, उनके आवास पर लगे उनके नेम प्लेट पर गोबर फेंक दिया। कांग्रेस कार्यकर्ता वहां घेराव कर नारेबाजी करते नजर आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के साथ बहस करने लगे। करीब आधे घंटे तक कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के घर के बाहर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें वापस भेज दिया।
राजेश राम 11 नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे
जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले सुबह कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम 11 नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे। उन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि 'हमने इस मामले में गवर्नर से कहा कि आपके पहल की आवश्यकता है। अब तक जिला प्रशासन और बिहार सरकार सिर्फ लीपापोती कर रही है।'हमारी मांगे हैं कि पीड़िता के परिवार को मुआवजा दी जाए। बच्ची की माता को उनके योग्यता अनुसार सरकारी नौकरी दी जाए और दोनों भाई की पढ़ाई की खर्च उठाई जाए।'हमने इसके लिए बिहार विधानसभा में विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि वह इस मामले पर संज्ञान लेते हुए परिवार को आर्थिक मदद और सरकार की तरफ से सहयोग मिलेगा।