पटना में गंगा किनारे मिथिला हाट की तर्ज पर बनेगा " मगही हाट", पर्यटकों के लिए होंगे खास इंतजाम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है। मधुबनी के प्रसिद्ध मिथिला हाट की तर्ज पर अब पटना में "मगही हाट" और रोहतास में "भोजपुरी हाट" बनाए जाएंगे। इन दोनों परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल स्थानीय संस्कृति को संजोना है। बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय...

पटना में गंगा किनारे मिथिला हाट की तर्ज पर बनेगा " मगही हाट", पर्यटकों के लिए होंगे खास इंतजाम

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार में सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल की है। मधुबनी के प्रसिद्ध मिथिला हाट की तर्ज पर अब पटना में "मगही हाट" और रोहतास में "भोजपुरी हाट" बनाए जाएंगे। इन दोनों परियोजनाओं का उद्देश्य न केवल स्थानीय संस्कृति को संजोना है। बल्कि पर्यटन को बढ़ावा देना और स्थानीय लोगों को रोजगार मुहैया कराना भी है। इन हाटों में खानपान, हस्तशिल्प, परंपराएं, लोक कलाएं और शादी-विवाह जैसे आयोजन भी शामिल होंगे। है।पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह के मुताबिक दोनों हाट के लिए टेंडर जारी हो गया है। 

हेक्सा भवन में मगही हाट बनेगा

पटना के गांधी मैदान के पास हेक्सा भवन में मगही हाट बनेगा। इसकी रिपोर्ट पटना DM ने पर्यटन विभाग को भेजा है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने टेंडर जारी किया है। हाट जून 2027 तक बनकर तैयार होगा।मगही हाट की खासियत दिल्ली हाट और मिथिला हाट वाली होगी। 48 करोड़ 96 लाख रुपए से बनाए जा रहे इस हाट में पर्यटकों के लिए खास इंतजाम होंगे। गंगा की ठंडी हवा का लुत्फ उठा सकेंगे। हाट का भवन तीन मंजिला होगा। 

वोकल फॉर लोकल के कॉन्सेप्ट पर मगही

यहां पहुंचने पर आपको हस्तशिल्प और बिहार की कलाओं से जुड़े प्रोडक्ट मिलेंगे। मगध क्षेत्र के पकवान, खान पान मिलेगा। यहां दो रेस्तरां बनाए जाएंगे। बड़े के अलावा बच्चों के लिए गेम जोन बनेगा।इसके अलावा अंडरग्राउंड पार्किंग, फायर फाइटिंग, लिफ्ट और सीसीटीवी सिस्टम की व्यवस्था भी की जाएगी। मगही हाट वोकल फॉर लोकल के कॉन्सेप्ट पर बन रहा है। इससे स्थानीय कलाकारों को स्थायी बाजार मिलेगा।

भोजपुरी हाट विकसित किया जाएगा

वहीं रोहतास के इंद्रपुरी बैराज के पास भोजपुरी हाट विकसित किया जाएगा। बैराज के पास प्राकृतिक छटा के बीच युवक-युवतियां शादी के बंधन में बंधेंगे। साथ ही बैराज घूमने आने वाले पर्यटकों को भोजपुरी कल्चर देखने को मिलेगा।सत्तू, बड़ी-बड़ी रोटियां आदि का स्वाद चख सकेंगे। हाट पर कुल 25 करोड़ 25 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। यह सितंबर 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा। इसको लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। इसे बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड बना रहा है। CM नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसकी घोषणा की थी। जानकारी के लिए बता दें कि बिहार में फिलहाल एकमात्र सांस्कृतिक हाट मधुबनी के झंझारपुर में स्थित मिथिला हाट है। यह हाट 26 एकड़ क्षेत्र में फैला है और इसमें 4500 लोगों के एक साथ रुकने की सुविधा है।