बिहार के 5 शहरों में कल मॉक ड्रिल,पटना में 15 मिनट बिजली बंद, बजेंगे सायरन, डीएम चंद्रशेखर आज करेंगे बैठक
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 निर्दोष पयर्टकों को उनका धर्म पूछकर गोली मार दी थी। जिसके बाद भारत के द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।वहीं पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय...

पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 निर्दोष पयर्टकों को उनका धर्म पूछकर गोली मार दी थी। जिसके बाद भारत के द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।वहीं पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की है कि 7 मई को देश भर के 244 चिह्नित जिलों में बुधवार को मॉक ड्रिल कराई जाएगी। इसके तहत बिहार के 5 शहरों में मॉक ड्रिल की जाएगी। इनमें राजधानी पटना के अलावा, पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय और बरौनी शामिल है।
पटना में प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया
पटना में प्रशासन इसकी तैयारियों में जुट गया है। इसके तहत बुधवार को पूरे शहर की बिजली 15 मिनट के लिए बंद कर दी जाएगी। सभी चौक-चौराहों एवं अन्य प्रमुख स्थानों पर सायरन बजाए जाएंगे। इसका मकसद नागरिकों को संभावित युद्ध या आपदा जैसी स्थिति से निपटने की प्रशिक्षण देना है। गौरतलब है कि देश में इस स्तर की मॉक ड्रिल आखिरी बार 1971 में हुई थी।
डीएम आला पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे
बिहार राज्य आपदा प्राधिकरण और नागरिक सुरक्षा निदेशालय की ओर से मॉक ड्रिल का पूरा प्लान तैयार किया जा रहा है। मंगलवार शाम में पटना के डीएम चंद्रशेखर इस संबंध में आला पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। जानकारी के अनुसार मॉक ड्रिल के दौरान पटना में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गांधी मैदान स्थित कार्यालय, पटना यूनिवर्सिटी, पटना मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (पीएमसीएच) समेत अन्य महत्वपूर्ण जगहों पर एक साथ सायरन बजाया जाएगा।
सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग
इसके बाद फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की गाड़ियां सड़क पर दौड़ेंगी। लोगों को सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को इस संबंध में सर्कुलर भेजा है। इसके आधार पर बिहार सरकार मॉक ड्रिल की तैयारी कर रही है। सिविल डिफेंस के साथ ही होमगार्ड, एनसीसी और स्कूलों-कॉलेजों के बच्चों को भी मॉक ड्रिल में शामिल किया जा सकता है। इसमें हवाई हमले स्थिति में बचाव की तैयारियों पर जोर दिया जाएगा।
बचाव के तरीकों की व्यावहारिक जानकारी
गृह मंत्रालय के मुताबिक, यह अभ्यास इसलिए जरूरी है ताकि नागरिकों को सायरन, अलर्ट सिस्टम और आपात स्थिति में बचाव के तरीकों की व्यावहारिक जानकारी दी जा सके। इसके जरिए नागरिक सुरक्षा संगठन (Civil Defence) की भूमिका को मजबूत किया जाएगा, ताकि युद्ध जैसे हालात में जान-माल की रक्षा की जा सके।
सायरन बजने पर क्या करें?
तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं
खुले इलाकों से हटकर इमारतों में शरण लें
टीवी, रेडियो या सरकारी ऐप्स से अपडेट लेते रहें
किसी भी अफवाह से बचें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें