बाढ़ में थार ने छीनी दो जिंदगियां: तेज रफ्तार की चपेट में आकर चचेरे भाइयों की मौत,मंत्री ने युवकों को पहुंचाया अस्पताल
बाढ़ अनुमंडल में रविवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। यह हादसा बख्तियारपुर के रानीसराय फोरलेन पुल पर उस वक्त हुआ, जब दोनों बाइक से सब्जी खरीदने जा रहे थे। तेज रफ्तार थार ने सामने से ओवरटेक कर रही बाइक में सीधी टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा पुल से 30 फीट नीचे जा गिरा। इलाज के दौरान उसकी भी जान चली.....

बाढ़ अनुमंडल में रविवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो चचेरे भाइयों की मौत हो गई। यह हादसा बख्तियारपुर के रानीसराय फोरलेन पुल पर उस वक्त हुआ, जब दोनों बाइक से सब्जी खरीदने जा रहे थे। तेज रफ्तार थार ने सामने से ओवरटेक कर रही बाइक में सीधी टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा पुल से 30 फीट नीचे जा गिरा। इलाज के दौरान उसकी भी जान चली गई।
मृतकों की पहचान
हादसे में जान गंवाने वाले युवकों की पहचान सुधांशु कुमार उर्फ कारू (32 वर्ष) और नीतीश कुमार (30 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों पटना जिले के अथमलगोला थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलेलपुर गांव के रहने वाले थे।जानकारी के मुताबिक, दोनों भाई बाइक से बख्तियारपुर सब्जी मंडी की ओर जा रहे थे। इसी दौरान बख्तियारपुर के रानीसराय फोरलेन पुल पर तेज रफ्तार थार ने सामने से ओवरटेक करते हुए उनकी बाइक को टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, थार की स्पीड करीब 100 किमी/घंटा थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। सुधांशु की मौके पर ही मौत हो गई जबकि नीतीश पुल से नीचे गिर गया।
मंत्री हरी सहनी ने रुकवाई गाड़ी, खुद किया रेस्क्यू
हादसे के बाद थार सवार मौके से फरार हो गए। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि टक्कर में थार भी क्षतिग्रस्त हो गई थी, इसके बावजूद गाड़ी भाग निकली। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि गाड़ी के पहियों से चिंगारी निकल रही थी, जो इस बात का संकेत है कि टक्कर के बाद भी वाहन काफी दूरी तक घसीटा गया।घटना के कुछ समय बाद अतिपिछड़ा कल्याण मंत्री हरी सहनी एक सरकारी कार्यक्रम से पटना लौट रहे थे। उन्होंने घायल अवस्था में पड़े युवक को देखा और तुरंत गाड़ी रुकवाकर एंबुलेंस बुलवाई। अपने स्कॉर्ट और स्टाफ की मदद से उन्होंने युवक को पुल के नीचे से उठवाया।
इलाज के दौरान दोनों की मौत
स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को बख्तियारपुर CHC ले जाया गया, जहां से उन्हें बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल रेफर किया गया। इलाज के दौरान डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।सुधांशु कुमार अपने छह बहनों में इकलौता भाई था और उसकी दो साल की बेटी है। वहीं, नीतीश कुमार के पांच साल का बेटा है। दोनों परिवारों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।
सड़क सुरक्षा की चुनौती:
बख्तियारपुर थानाध्यक्ष देवानंद शर्मा ने बताया कि हादसे में शामिल थार वाहन और उसके ड्राइवर की पहचान की जा रही है। दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।गौरतलब है कि मोकामा-बख्तियारपुर फोरलेन का उद्घाटन मार्च 2025 में ही हुआ है, लेकिन तब से अब तक इस पर दर्जनों सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। जहां हादसा हुआ, वह पुल अभी अधूरा है और केवल एक लेन चालू है, जो हादसों को न्योता दे रहा है।