हरमनप्रीत कौर की शेरनियों ने रचा इतिहास, भारत पहली बार महिला वनडे विश्व कप चैंपियन बना,पीएम मोदी ने दी बधाई

कहानी उस पल की, जब इतिहास ने करवट ली...नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार रात जैसे ही दक्षिण अफ्रीका का अंतिम विकेट गिरा, पूरा भारत एक साथ गूंज उठा —“भारत माता की जय!”यह वह पल था, जब 47 वर्षों का अधूरा सपना साकार हुआ।हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीत लिया। यह जीत सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल में दर्ज...

हरमनप्रीत कौर की शेरनियों ने रचा इतिहास, भारत पहली बार महिला वनडे विश्व कप चैंपियन बना,पीएम मोदी ने दी बधाई

कहानी उस पल की, जब इतिहास ने करवट ली...नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में रविवार रात जैसे ही दक्षिण अफ्रीका का अंतिम विकेट गिरा, पूरा भारत एक साथ गूंज उठा —“भारत माता की जय!”यह वह पल था, जब 47 वर्षों का अधूरा सपना साकार हुआ।हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इतिहास रचते हुए पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीत लिया। यह जीत सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल में दर्ज हो गई। यह जीत उस मेहनत, समर्पण और सपनों का था, जो पीढ़ियों से इस पल की प्रतीक्षा कर रहे थे।

1978 में पहला विमेंस वर्ल्ड कप खेला था
बता दें कि भारत ने 1978 में पहला विमेंस वर्ल्ड कप खेला था । 2005 व 2017 में मिताली राज की कप्तानी में भारत फाइनल तक पहुंचा, पर दोनों बार ट्राफी हाथ से फिसल गई। लेकिन रविवार रात नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में वो लम्हा आया, जिसका इंतज़ार भारत पिछले 47 सालों से कर रहा था।हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से मात देकर पहली बार आईसीसी महिला वनडे विश्व कप जीत लिया।जैसे ही दक्षिण अफ्रीका का आखिरी विकेट गिरा, पूरा स्टेडियम “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा। यह जीत सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि 140 करोड़ भारतीयों के सपनों और मेहनत की जीत थी।

महिला टीम की यह पहली आइसीसी ट्राफी
बता दें कि महिला टीम की यह पहली आइसीसी ट्राफी है। गौरतलब हो कि 1983 में कपिल देव और 2011 में महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में पुरुष टीम ने वनडे विश्व कप जीता था। अब हरमनप्रीत कौर की अगुआई में बेटियों ने भी विश्व चैंपियन का तमगा पा लिया।  बता दें कि यह जीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 297 रन का स्कोर खड़ा किया जो महिला वनडे विश्व कप फाइनल का दूसरा सर्वोच्च स्कोर है, जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 246 रन पर आलआउट हो गई। कप्तान लौरा वोल्वार्ट (101) ने शतकीय पारी खेली, पर टीम को जीत नहीं दिला पाईं। 

PM नरेंद्र मोदी ने भी भारत की बेटियों को दी बधाई
भारत के लिए इस मैच में शेफाली वर्मा ने बल्ले और गेंद से कमाल दिखाया। चोटिल प्रतिका रावल की जगह टीम में शामिल की गईं शेफाली ने 87 रनों की पारी खेलने के साथ ही दो विकेट भी लिए। वहीं दीप्ति शर्मा (58) ने भी अर्धशतक लगाने के अलावा पांच विकेट चटकाए। वहीं पीएम मोदी ने भारत की बेटियों को बधाई देते हुए कहा कि "आईसीसी महिला वनडे विश्व कप फाइनल में भारतीय टीम की शानदार जीत। फाइनल में उनका प्रदर्शन अद्भुत कौशल व आत्मविश्वास से भरा रहा। टीम ने असाधारण टीम वर्क और दृढ़ता दिखाई। हमारी खिलाड़ियों को बधाई। ये ऐतिहासिक जीत भविष्य के चैंपियनों को प्रेरित करेगी।"