CBI ने NEET पेपर लीक मामले में दर्ज किया केस, जांच शुरू
DESK : आखिरकार NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई ने FIR दर्ज कर ली है. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि, NEET परीक्षा के संबंध में कथित धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं. परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के लिए मामले की व्यापक जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया गया है. जांच एजेंसी NEET, UG 2024 परीक्षा में जांच के लिए बिहार और गुजरात के लिए टीम भेजेगा. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई NEET, UG पेपर लीक मामले की जांच कर रही है और 13 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है. गुजरात पुलिस ने गोधरा में NEET, UG के एक एग्जाम सेंटर पर काफी धोखाधड़ी के मामले में कोचिंग सेंटर के प्रमुख सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. वही, शनिवार को झारखंड पुलिस ने देवघर से 6 लोगों को अरेस्ट किया है. जबकि, महाराष्ट्र में नांदेड़ एटीएस दो स्कूली शिक्षकों से पूछताछ कर रही है.
आपको बता दें कि, इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बिहार पुलिस के आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैय्यर हसनैन खां को दिल्ली तलब किया था और नीट परीक्षा के पेपर लीक से संबंधित जानकारी मांगी थी. शनिवार को दिल्ली में ईओयू के एडीजी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री से मुलाकात कर सारे तथ्य उनके सामने रखे थे. उन तथ्यों से साफ है कि, नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. इसके बाद ही केंद्र सरकार ने मामले को सीबीआई को सौंपने का फैसला लिया था.
बिहार के ईओयू की जांच में ये सामने आय़ा है कि, नालंदा के नूरसराय उद्यान कॉलेज का कर्मचारी संजीव मुखिया पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना है. संजीव मुखिया अपने गिरोह के साथ कई महीने पहले से नीट परीक्षा का पर्चा लीक करने की साजिश रच रहा था. परीक्षा से पहले ही संजीव मुखिया को एक प्रोफेसर ने वॉट्सऐप पर पेपर भेजा था. इसके बाद पटना और रांची के मेडिकल स्टूडेंट्स की मदद से पेपर हल कराया गया था. सारे प्रश्नों का उत्तर तैयार करने के बाद 5 मई की सुबह इसे नालंदा के करायपरसुराय के चिंटू उर्फ बलदेव के मोबाइल पर भेजा गया था.
REPORT - KUMAR DEVANSHU