पटना में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा , हाइड्रोलिक रथ पर सजे भगवान, फूलों की बारिश और प्रसाद वितरण

पटना में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की भव्य रथ यात्रा थोड़ी देर में इस्कॉन मंदिर से प्रारंभ होगी। इस आयोजन के लिए ओडिशा के कारीगरों द्वारा तैयार 40 फीट ऊंचे हाइड्रोलिक रथ को भव्य फूलों से सजाया गया है। रथ का रंग पीला-लाल है, ठीक वैसा जैसा पुरी में होता है।बच्ची कृष्णांशु द्वारा खुद से भगवान की पोशाक तैयार की गई है, जिसे बनाने में उन्हें एक महीना लगा। भक्तों का उत्साह चरम पर है। भगवान....

पटना में भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा , हाइड्रोलिक रथ पर सजे भगवान, फूलों की बारिश और प्रसाद वितरण

पटना में भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की भव्य रथ यात्रा थोड़ी देर में इस्कॉन मंदिर से प्रारंभ होगी। इस आयोजन के लिए ओडिशा के कारीगरों द्वारा तैयार 40 फीट ऊंचे हाइड्रोलिक रथ को भव्य फूलों से सजाया गया है। रथ का रंग पीला-लाल है, ठीक वैसा जैसा पुरी में होता है।बच्ची कृष्णांशु द्वारा खुद से भगवान की पोशाक तैयार की गई है, जिसे बनाने में उन्हें एक महीना लगा। भक्तों का उत्साह चरम पर है। भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को रथ पर विराजमान किया गया है।

 भक्त कृष्णा ने कहा कि आज का दिन पावन 
बता दें कि रथ यात्रा में शामिल होने आईं भक्त कृष्णा ने कहा कि आज का दिन पावन है। तीन साल से रथ यात्रा में शामिल होने आती हूं। यहां आकर काफी आनंद आता है।छोटी बच्ची कृष्णांशु ने अपने हाथों से भगवान जगन्नाथ को तैयार किया है। इसमें उन्हें एक महीना लगा है। वहीं इस्कॉन पटना की ओर से दो रथ को तैयार किया गया है। मुख्य रथ 40 फीट ऊंची हाइड्रोलिक सिस्टम से लैस होगी। इस विशिष्ट रथ पर भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा संग विराजमान हैं। 

ओडिशा से कारीगर आए थे
बता दें कि रथ का रंग जगन्नाथपुरी के निकलने वाले रथ की तरह पीले और लाल रंग का है। भगवान के वस्त्र को मायापुर और वृंदावन से मंगाया गया है।इस रथ को तैयार करने के लिए ओडिशा से कारीगर आए थे। पूरे रथ में खूबसूरत पेंटिंग की गई और आगे 'हरे कृष्णा' के साथ साथ 'जय जगन्नाथ, जय बलदेव और जय सुभद्रा' लिखा है। रथ के चक्कों पर शंख, गदा, पद्म जैसे डिजाइन बनाए गए हैं। रथ के ऊपर गदा लगा है, जो मायापुर से बनकर आया है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को इस रथ यात्रा के लिए आमंत्रण दिया गया है। दोपहर में रथ यात्रा की शुरुआत मंगलाचरण से होगी।

 रथ यात्रा के दौरान फूलों की बारिश 
वहीं  रथ यात्रा के दौरान फूलों की बारिश की जाएगी। पूरे मार्ग में महाआरती का आयोजन किया जाएगा।रथ यात्रा तारामंडल, इनकम टैक्स गोलंबर, विद्युत भवन, हाईकोर्ट, बिहार म्यूजियम, पटना वीमेंस कॉलेज होते हुए वापस कोतवाली, डाक बंगला चौराहा, मौर्या लोक, और फिर वापस इस्कॉन मंदिर आएगी।रथ को फूलों से सजाया जाएगा। यह फूल बेंगलुरु, कोलकाता के साथ-साथ थाईलैंड से मंगवाए गए हैं। गुलाब, गेंदा, ऑर्किड, गुलदाउदी, जैसी फूलों से सजाकर रथ को आकर्षक बनाया जाएगा।बता दें कि रथ यात्रा के दौरान बड़े पैमाने पर प्रसाद वितरण के लिए प्रसाद बनाए गए हैं। मूंगफली, मिश्री, सौंफ का पैकेट तैयार किया गया था। वहीं, वापसी में भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इसमें पूरी, दाल, चावल, सब्जी, खीर, मिठाइयां आदि की व्यवस्था की जाएगी।