तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर बड़ा हमला: मतदाता सूची पुनरीक्षण को बताया लोकतंत्र के साथ मजाक

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कराने के फैसले पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा है कि यह गरीबों को वोट देने के अधिकार से वंचित करने की साजिश है। तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,“पहले वोटर लिस्ट से नाम हटाएंगे, फिर राशन कार्ड और अन्य सरकारी योजनाओं से भी बा...

तेजस्वी यादव का चुनाव आयोग पर बड़ा हमला: मतदाता सूची पुनरीक्षण को बताया लोकतंत्र के साथ मजाक


बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची का गहन पुनरीक्षण कराने के फैसले पर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस कदम का विरोध करते हुए कहा है कि यह गरीबों को वोट देने के अधिकार से वंचित करने की साजिश है। तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा,“पहले वोटर लिस्ट से नाम हटाएंगे, फिर राशन कार्ड और अन्य सरकारी योजनाओं से भी बाहर कर देंगे। ये लोकतंत्र और संविधान के साथ मजाक है।”

चुनाव आयोग की मनमानी नहीं चलने देंगे
वहीं उन्होंने पुनरीक्षण में आधार कार्ड और मनरेगा जॉब कार्ड को मान्यता नहीं दिए जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि लोकसभा चुनाव के ठीक बाद यह काम शुरू किया जा सकता था। दो महीने में यह काम नहीं हो सकता। वहीं बिहार इस साजिश के प्रति अलर्ट है। यह लोकतंत्र और संविधान के साथ मजाक है। किसी भी कीमत पर चुनाव आयोग की मनमानी नहीं चलने देंगे। 

 राजद ने इसका विरोध किया था
गौरतलब हो कि इससे पहले मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के साथ बैठक में भी राजद ने इसका विरोध किया था।मतदाता पुनरीक्षण के मसले पर इंडिया गठबंधन के नेताओं ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाया। राजद के अलावे कांग्रेस और वामदलों के नेता शामिल हुए। तेजस्वी यादव ने वोटर लिस्ट में नाम रहे इसके लिए जिन दस्तावेजों की मांग की जा रही है वह अधिकांश गरीब गुरबे परिवार से आने वाले लोगों के पास नहीं है।