सोनू-मोनू फायरिंग केस में पटना हाईकोर्ट से पूर्व विधायक अनंत सिंह को राहत,बिहार चुनाव से पहले आएंगे बाहर

मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को मंगलवार को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्हें सोनू-मोनू गैंगवार केस में जमानत मिल गई है। इस मामले में निचली अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद अनंत सिंह ने हाईकोर्ट का रुख किया था। अब हाईकोर्ट से बेल मिलने के बाद वे जल्द ही जेल से बाहर आ सकते.....

सोनू-मोनू फायरिंग केस में पटना हाईकोर्ट से पूर्व विधायक अनंत सिंह को राहत,बिहार चुनाव से पहले आएंगे बाहर

मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह को मंगलवार को पटना हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्हें सोनू-मोनू गैंगवार केस में जमानत मिल गई है। इस मामले में निचली अदालत से जमानत याचिका खारिज होने के बाद अनंत सिंह ने हाईकोर्ट का रुख किया था। अब हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद वे जल्द ही जेल से बाहर आ सकते हैं।

अनंत सिंह ने खुद ही सरेंडर कर दिया था
गौरतलब हो कि मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में 22 जनवरी को पूर्व विधायक अनंत सिंह और उनके लोगों पर सोनू-मोनू गैंग ने कई राउंड फायरिंग की थी।अनंत सिंह के लोगों की ओर से भी गोली चलाई गई थी। इसके बाद अनंत सिंह ने खुद ही सरेंडर कर दिया था। सोनू जेल में है। मोनू इस केस में फरार है।आरोप है कि सोनू-मोनू गैंग ने गांव के एक परिवार को घर से निकालकर ताला जड़ दिया। रुपयों का मामला था। इस मामले में की शिकायत अनंत सिंह तक पहुंची थी तो उन्होंने हस्तक्षेप किया था। जब वे सोनू-मोनू के गांव गए थे तो उसी वक्त इनके लोगों पर गोलीबारी हो गई थी। इसके बाद अनंत सिंह के लोगों की ओर से भी गोली चलाई गई थी।

50-60 राउंड फायरिंग
बता दें कि घटना के बाद अनंत सिंह ने कहा था कि जब गोलीबारी की वारदात हो रही थी तो वे रोड पर खड़े थे। इसलिए उन्होंने कुछ देखा नहीं। वे जब मौके पर पहुंचे तो मामला खत्म हो गया था। वहीं  दोनों पक्षों की ओर से हुई गोलीबारी में यह बात सामने आई थी कि करीब 50 से 60 राउंड फायरिंग की गई थी। फायरिंग का वीडियो भी सामने आया था। तब अनंत सिंह ने कहा था कि फायरिंग की शुरुआत सोनू-मोनू गैंग की ओर से की गई थी।

बिहार की सियासत में हलचल
दूसरी ओर, इस घटनाक्रम ने बिहार की सियासत में भी हलचल मचा दी है। चुनावी माहौल के मद्देनज़र अनंत सिंह की रिहाई को कई राजनीतिक विश्लेषक खासा अहम मान रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में बिहार की राजनीति में जिस तरह से समीकरण बदले हैं, ऐसे में अनंत सिंह की सक्रियता कई राजनीतिक दलों के लिए मायने रख सकती है।