बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अब सफर करना होगा आसान, दोनों राज्यों के बीच बस सेवा को लेकर हुआ अहम समझौता
बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अब सफर करना आसान हो जाएगा। यात्रियों की बढ़ती मांग और आवागमन में सुगमता को ध्यान में रखते हुए दोनों राज्यों के परिवहन विभागों ने बसों की संख्या बढ़ाने और नए रूट शुरू करने का फैसला लिया है। दरअसल यूपी और बिहार, दोनों राज्यों के बीच बस सेवा को लेकर एक अहम समझौता हुआ है। जिसके तहत यूपी रोडवेज..

बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अब सफर करना आसान हो जाएगा। यात्रियों की बढ़ती मांग और आवागमन में सुगमता को ध्यान में रखते हुए दोनों राज्यों के परिवहन विभागों ने बसों की संख्या बढ़ाने और नए रूट शुरू करने का फैसला लिया है। दरअसल यूपी और बिहार, दोनों राज्यों के बीच बस सेवा को लेकर एक अहम समझौता हुआ है। जिसके तहत यूपी रोडवेज की बसें बिहार के ज्यादातर हिस्सों तक चलेंगी। ऐसे ही बिहार परिवहन की बसें भी उत्तर प्रदेश के विभिन्न रूटों पर चल सकेंगी। इस संबंध में गुरुवार को परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव अमित गुप्ता की अध्यक्षता में दोनों राज्यों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए।
यात्रा और भी सहज व सुगम हो सकेगी
बता दें कि इसके साथ ही निजी बस ऑपरेटरों को भी इस सेवा में शामिल करने की योजना बनाई गई है। इससे यात्रियों को न केवल अधिक विकल्प मिलेंगे बल्कि यात्रा और भी सहज व सुगम हो सकेगी। जानकारी के लिए बता दें कि गुरुवार को लखनऊ स्थित UPSRTC मुख्यालय में उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव परिवहन अमित गुप्ता की अध्यक्षता में एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के प्रशासक अतुल कुमार समेत दोनों राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान बैठक में इंटरस्टेट परमिट, नए मार्गों की पहचान और बसों की फेरे बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया।
राजस्व में भी वृद्धि
प्रमुख सचिव अमित गुप्ता ने कहा कि नए रूट जुड़ने और फेरे बढ़ने से दोहरा लाभ होगा। जहां एक तरफ यात्रियों को आवागमन में राहत मिलेगी, दूसरी ओर राज्य सरकार के राजस्व में भी वृद्धि दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि नागरिकों को अधिकतम सार्वजनिक परिवहन सेवाएं सुलभ कराई जाएं। इस बैठक में विशेष सचिव परिवहन केपी सिंह, UPSRTC के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, अपर प्रबंध निदेशक रामसिंह वर्मा और बिहार परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन शांडिल्य समेत कई अधिकारी शामिल रहे।