केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सीएम नीतीश को लिखा पत्र, किसानों को उचित मुआवजा देने की अपील, मुख्यमंत्री के सामने रखी अपनी मांगें
दो तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से राज्य के जिन किसानों के खेतों में गेंहू की फसल लगी हुई थी या कटाई हो चुकी थी वो तेज हवा और आंधी बारिश की वजह से बर्बाद हो गए। वहीं तेज आंधी बारिश की वजह से कई लोग अपनी जान गंवा बैठे। इसी कड़ी में राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर किसानों को उचित मुआवजा देने की अपील की है।..

बिहार के विभिन्न जिलों में पिछले दो तीन दिनों में तेज हवा के साथ बारिश से गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है। किसान चिंतित हैं। बेमौसम बारिश से सिर्फ गेहूं ही नहीं उसके साथ साथ रबी फसलों को भी नुकसान हुआ है। अप्रैल के शुरूआत के साथ भीषण गर्मी के बीच प्रदेश में गेंहू की कटाई शुरू हो चुकी है। वहीं दो तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से राज्य के जिन किसानों के खेतों में गेंहू की फसल लगी हुई थी या कटाई हो चुकी थी वो तेज हवा और आंधी बारिश की वजह से बर्बाद हो गए। वहीं तेज आंधी बारिश की वजह से 60 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। इसी कड़ी में राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर किसानों को उचित मुआवजा देने की अपील की है।
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पत्र में लिखा..
राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने पत्र में लिखा है-जैसा कि विदित है माननीय महोदय, हाल ही में बिहार के विभिन्न जिलों में हुई भीषण और असमय वर्षा ने किसानों पर अत्यंत दुखदायी प्रभाव डाला है। खेतों में पकने को तैयार गेहूं की फसलें भारी बारिश के चलते बर्बाद हो गई हैं। किसान जो महीनों की कठिन मेहनत के बाद फसल कटने का सपना संजोए बैठे थे, वे अब हताशा और निराशा की स्थिति में पहुंच गए हैं। खेतों में लहलहाती फसलें अब सड़ने लगी हैं, जिससे किसानों की मेहनत, उम्मीदें और जीविका एक साथ डूब गई हैं। प्रदेश के लाखों किसान इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कृषि ही उनकी आजीविका का प्रमुख साधन है, और इस भीषण प्राकृतिक आपदा ने उनके समक्ष जीविकोपार्जन का संकट खड़ा कर दिया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, किसानों के जीवन और भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए त्वरित और ठोस कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।
इसलिए, मैं और मेरी पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), निम्नलिखित मांगें आपके समक्ष रखते हैं:
1.असमय वर्षा को राज्य आपदा घोषित किया जाए, ताकि आपदा राहत कोष से प्रभावित किसानों को तत्काल सहायता प्रदान की जा सके।
2. राज्य स्तर पर तत्काल सर्वेक्षण अभियान चलाया जाए, ताकि क्षति का सही आकलन कर प्रभावित किसानों को शीघ्र मुआवजा दिया जा सके।
3. प्रभावित किसानों के कृषि ऋणों पर राहत दी जाए, जिसमें ब्याज माफ किया जाए तथा ऋण चुकौती की समय सीमा बढ़ाई जाए।
4. आगामी फसल के लिए विशेष सहायता योजना की घोषणा की जाए, जिसमें बीज, खाद, कीटनाशक और सिंचाई के साधनों पर अनुदान दिया जाए।
5. प्रभावित जिलों में विशेष राहत अभियान चलाकर किसानों को खाद्य सामग्री, चिकित्सा सुविधा एवं पशु चारा आदि तत्काल उपलब्ध कराया जाए।
मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना -चिराग पासवान
इस प्राकृतिक आपदा में कई लोगों की जान भी चली गई है, जो अत्यंत दुखद और पीड़ादायक है। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। हमारी एनडीए सरकार ने 4 लाख रुपए के मुआवजा राशि की भी घोषणा की है, परंतु मैं चाहता हूं कि पीड़ित परिवारों के जीविकोपार्जन के लिए आश्रितों को और सरकारी लाभ की आवश्यकता है। ऐसे में सरकार के द्वारा जो संभव मदद हो सकें, वो की जानी चाहिए। किसान हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं का तत्काल समाधान हमारी एनडीए सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है।
प्रदेश के अन्नदाताओं को नया जीवन देगा-चिराग पासवान
किसानों को शीघ्र सहायता प्रदान करना केवल मानवीय दायित्व ही नहीं, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिरता हेतु भी अत्यंत आवश्यक है। यदि वे संकट में पड़ते हैं, तो उसका दुष्प्रभाव सम्पूर्ण राज्य पर पड़ता है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप एक संवेदनशील और किसान हितैषी मुखिया के रूप में किसानों की इस विकट परिस्थिति को समझते हुए त्वरित और प्रभावी कदम उठाएंगे। संकट की इस घड़ी में आपका सहयोग एवं सक्रिय हस्तक्षेप प्रदेश के अन्नदाताओं को नया जीवन देगा।