पटना मेयर सीता साहू का बड़ा आरोप: “बेटे को फंसाने की साजिश, कमिश्नर खुद भ्रष्टाचारी”
पटना की मेयर सीता साहू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके बेटे शिशिर के खिलाफ सर्च वारंट जारी होने के बाद बुधवार को मेयर अपने समर्थक पार्षदों के साथ मौर्यालोक परिसर में विरोध प्रदर्शन पर उतर आईं। उन्होंने खुलकर कमिश्नर पर भ्रष्टाचार और साजिश के आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि जो कमिश्नर मेरे बेटा को अपराधी बता रहा है, वो खुद भ्रष्टाचार कर रहा है, अपराधी है।सीता साहू ने कहा कि पिछले दो महीने से यह स्थिति खराब....

पटना की मेयर सीता साहू एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके बेटे शिशिर के खिलाफ सर्च वारंट जारी होने के बाद बुधवार को मेयर अपने समर्थक पार्षदों के साथ मौर्यालोक परिसर में विरोध प्रदर्शन पर उतर आईं। उन्होंने खुलकर कमिश्नर पर भ्रष्टाचार और साजिश के आरोप लगाए।उन्होंने कहा कि जो कमिश्नर मेरे बेटा को अपराधी बता रहा है, वो खुद भ्रष्टाचार कर रहा है, अपराधी है।सीता साहू ने कहा कि पिछले दो महीने से यह स्थिति खराब हुई है। कोई काम नहीं हो पा रहा है। मेरा बेटा बिल्कुल निर्दोष है। कमिश्नर भी प्राइवेट बॉडी गार्ड लेकर चलते हैं और मेरा बेटा भी चलता है। इसमें क्या गलत है। अब हम लोग कमिश्नर के भ्रष्टाचार का काला चिट्ठा खोल रहे हैं, तो तिलमिला गए हैं। बेवजह मेरे बेटे को परेशान किया जा रहा है।
बेटे के ससुराल तक पहुंच गई-सीता साहू
वहीं सीता साहू ने आगे कहा कि 'गोपाल खेमका हत्याकांड से भी ज्यादा मामूली लड़ाई को तुल दिया जा रहा है। बिना सर्च वारंट लिए, पुलिस मेरे घर पर आ गई। कमरे की तलाशी ली गई। बेटे के ससुराल तक पहुंच गई। मैं वहां अपने समधन की सालगिरह में गई थी। मेरी बहू वहां स्नान कर रही थी, ऐसा लग रहा था उसके दरवाजे को पुलिस वाले तोड़ देंगे। पुलिस वालों ने मुझे फोन कर के बताया है कि ऊपर से मेरे बेटे को गिरफ्तार करने के लिए प्रेशर दिया जा रहा है। मैं जानना चाहती हूं कि आखिर ये कौन लोग हैं'।
मेयर भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही हैं-पार्षद विनय कुमार
सीता साहू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से इस मामले में हस्तक्षेप कर के न्याय की गुहार लगाई हैं। वहीं पार्षद विनय कुमार ने सीता साहू के प्रदर्शन को नौटंकी बताया है। उन्होंने कहा कि आखिर पार्षदों की बैठक में मेयर का बेटा शिशिर किस हैसियत से बैठा था, पहले उन्हें स्पष्ट करना चाहिए। बेटे को छोड़िए मेयर भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर रही हैं, अब तक मैं उन्हें भद्र महिला मान रहा था लेकिन अब तो पटना की मेयर भी गाली दे रही हैं।