बिहार में हाई अलर्ट, आतंकी हमले की आशंका,निशाने पर एयरपोर्ट, राजनीतिक-धार्मिक शख्सियत

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।  इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। वहीं पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान से चल रहे तनाव के बीच बिहार पुलिस ने सभी जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। ADG (लॉ एंड ऑर्डर) ने नेपाल से सटे अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर विशेष निगरानी रखने और चेकिंग बढ़ाने के निर्देश...

बिहार में हाई अलर्ट, आतंकी हमले की आशंका,निशाने पर एयरपोर्ट, राजनीतिक-धार्मिक शख्सियत

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 26 निर्दोष लोगों को मौत के घाट उतार दिया था।  इसके बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। वहीं पहलगाम अटैक के बाद पाकिस्तान से चल रहे तनाव के बीच बिहार पुलिस ने सभी जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। ADG (लॉ एंड ऑर्डर) ने नेपाल से सटे अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर विशेष निगरानी रखने और चेकिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।

बिहार में सतर्कता बढ़ाई गई 

बता दें कि ISI की गतिविधियों को देखते हुए बिहार में सतर्कता बढ़ाई गई है। आशंका है कि आतंकवादी संगठन किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए राजनीतिक और धार्मिक व्यक्तियों को निशाना बना सकते हैं। इन हालातों को देखते हुए सभी जिलों में भीड़-भाड़ वाले स्थानों, धार्मिक स्थलों, औद्योगिक इकाइयों और रेलवे परिसरों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं। सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर हमले से जुड़े वीडियो और फोटो पर पैनी नजर रखने को कहा है। जरूरत पड़ने पर DM BNS की धारा के तहत सोशल मीडिया पर बैन के लिए इंटरनेट सेवा को बंद भी कर सकते हैं।

पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाने के निर्देश 

इसके अलावा, विधानसभा, विधान परिषद, पटना हाई कोर्ट, सचिवालयों और सभी प्रमुख सरकारी संस्थानों की सुरक्षा भी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। सभी जिलों में मॉल, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, ऑटो स्टैंड, होटल, रेस्टोरेंट, स्कूल, अस्पताल, धार्मिक स्थल और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस गश्त और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि आतंकी हमले के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ पांच बड़े फैसल लिए थे।

पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी

बता दें कि पाकिस्‍तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हालांकि, बिहार में मॉक ड्रिल होगा या नहीं ये अभी कन्फर्म नहीं है। देश में पिछली बार ऐसी मॉक ड्रिल 1971 में हुई थी। तब भारत और पाकिस्‍तान के बीच युद्ध हुआ था। यह मॉक ड्रिल युद्ध के दौरान हुई थी।