बिहार में पोस्टर पॉलिटिक्स, पटना की सड़कों पर 'जंगलराज 15 सालों के 15 कांड' के लगे पोस्टर, लालू-तेजस्वी निशाने पर

बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक पोस्टर वॉर एक बार फिर सुर्खियों में है। राजधानी पटना की सड़कों और दीवारों पर एक नया पोस्टर चस्पा हुआ है, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। ‘जंगलराज 15 सालों के 15 कांड’ शीर्षक वाले इस पोस्टर में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को घेरने की....

बिहार में पोस्टर पॉलिटिक्स, पटना की सड़कों पर 'जंगलराज 15 सालों के 15 कांड' के लगे पोस्टर, लालू-तेजस्वी निशाने पर

बिहार में विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच राजनीतिक पोस्टर वॉर एक बार फिर सुर्खियों में है। राजधानी पटना की सड़कों और दीवारों पर एक नया पोस्टर चस्पा हुआ है, जिसने सियासी हलकों में हलचल मचा दी है। ‘जंगलराज 15 सालों के 15 कांड’ शीर्षक वाले इस पोस्टर में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को घेरने की कोशिश की गई है।

पोस्टर में क्या है?
बता दें कि पोस्टर में लालू यादव और तेजस्वी यादव को दौड़ते हुए दिखाया गया है, जिसमें तेजस्वी अपने पिता से आगे दौड़ रहे हैं। इसके साथ ही 1990 से 2005 तक के कथित घोटालों, नरसंहारों और अपराधों की सूची दी गई है। पोस्टर में 15 प्रमुख घटनाओं का जिक्र है, जिन्हें 'जंगलराज' की पहचान बताया गया है।इस पोस्टर में सबसे पहले मियांपुर नरसंहार का जिक्र है। इसके बाद चंपा विश्वास कांड के बारे में बताया गया है। तीसरे नंबर पर चारा घोटाला है। इसी तरह से चौथे नंबर पर दवा घोटाला और पांचवें नंबर पर बाढ़ राहत राशि घोटाला है।

पोस्टर में इन घोटाला और नरसंहार का जिक्र
वहीं छठे नंबर पर लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार का जिक्र है। सातवें नंबर पर नौकरी के बदले जमीन घोटाले की बात कही गई है। आठवें नंबर पर चरवाहा विद्यालय का उल्लेख है। वहीं 9वें नंबर पर शहाबुद्दीन का तेजाब हत्याकांड का जिक्र है। 10वें नंबर पर बथानी टोला नरसंहार और 11वें नंबर पर शिल्पी जैन हत्याकांड की जानकारी दी गई है। पोस्टर में 12वें नंबर पर बारा नरसंहार, 13वें नंबर पर सेनारी नरसंहार और 14वें पर शंकर बिगहा नरसंहार का जिक्र है। इसी तरह से 15वें नंबर पर अलकतरा घोटाले की बात कही गई है।

इसे गुमनाम रूप से जारी किया गया है
बता दें कि पोस्टर के निचले हिस्से में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव और राहुल गांधी की तस्वीरें लगाई गई हैं और नीचे ‘भक बुड़बक’ लिखा गया है।पोस्टर पर किसी संगठन या राजनीतिक दल का नाम नहीं है। इसे गुमनाम रूप से जारी किया गया है। दरअसल  बिहार की राजनीति में पोस्टर पॉलिटिक्स कोई नई बात नहीं है। चुनाव आते ही राजनीतिक दलों की तरफ से अक्सर एक-दूसरे पर हमले पोस्टर के माध्यम से किए जाते हैं। इससे पहले भी नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी तक को टारगेट करते हुए पोस्टर सामने आते रहे हैं। इस घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बिहार में चुनाव से पहले राजनीतिक हमलों का दौर अब सड़कों तक आ पहुंचा है।