लालू यादव के जन्मदिन पर बीजेपी का हमला, वीडियो जारी कर आरजेडी सुप्रीमो के कार्यकाल को बताया जंगलराज
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज अपना 78वां जन्मदिन पारंपरिक अंदाज़ में धूमधाम से मनाया। पटना स्थित उनके सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड पर सुबह से ही शुभकामनाएं देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस खास मौके पर लालू यादव ने तलवार से 78 किलो का लड्डू केक काटा, जिसे उनके समर्थकों ने विशेष रूप से तैयार कराया था। वहीं जहां एक तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के....

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने आज अपना 78वां जन्मदिन पारंपरिक अंदाज़ में धूमधाम से मनाया। पटना स्थित उनके सरकारी आवास 10 सर्कुलर रोड पर सुबह से ही शुभकामनाएं देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। इस खास मौके पर लालू यादव ने तलवार से 78 किलो का लड्डू केक काटा, जिसे उनके समर्थकों ने विशेष रूप से तैयार कराया था। वहीं जहां एक तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के 78वें जन्मदिन पर RJD कार्यकर्ता उत्सव में डूबे रहे, वहीं भारतीय जनता पार्टी ने इस अवसर को राजनीतिक हमले के रूप में इस्तेमाल किया। बिहार भाजपा ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर लालू यादव के कार्यकाल को 'जंगलराज' करार दिया और उनके शासनकाल पर सवाल खड़े किए।
वीडियो में '20 साल पहले की सरकार' पर तंज
बता दें कि वीडियो में एक आम दुकान की बातचीत को दिखाया गया है। जहां कुछ लोग मौजूदा NDA सरकार की योजनाओं और मदद की सराहना करते हैं। इस दौरान एक व्यक्ति टोकते हुए कहता है कि "सभी सरकारें एक जैसी होती हैं, 20 साल पहले की सरकार कौन सी बुरी थी?" इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए वीडियो में लालू यादव के मुख्यमंत्री कार्यकाल को 'परिवारवाद और अंधकार' का युग बताया गया। लालू यादव के मुख्यमंत्री के कार्यकाल को जंगल राज करार देते हुए कहा जाता है कि परिवारवाद को थोपकर फैलाया था अंधकार ,जंगलराज को भूलेगा नहीं बिहार।
‘पुरानी vs नई’ की सियासी कहानी
बता दें कि बिहार भाजपा ने हाल ही में ‘गैंग्स ऑफ घोटालेबाज़’ नाम से एक AI द्वारा बनाया गया वीडियो जारी किया था। जिसमें लालू‑तेजस्वी परिवार पर चारा घोटाला, जमीन घोटाला जैसे बड़े भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए थे। वीडियो में बिहार के पूर्व 'जंगलराज' दौर को रेखांकित करते हुए "बाप‑बेटे ने किया था घोटाला अपार, भूलेगा नहीं बिहार" जैसे टैगलाइन इस्तेमाल किया गया था । दरअसल BJP की यह नई रणनीति ‘पुरानी vs नई’ कहानी पर आधारित है।पूर्व की भ्रष्ट सियासत को सामने रखकर वर्तमान एनडीए की उपलब्धियों को उजागर करने की रणनीति है।वहीं AI-वीडियो का चुनावी इस्तेमाल इस चुनावी मौसम में एक नया उपकरण बनकर उभरा है, जो अब राजनीतिक और नैतिक बहस के केंद्र में है।