जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर साधा निशाना, बोले -जो कमजोर होता है ...ज्यादा बोलता है,समय आएगा तो खुल कर अपनी बातें रखेंगे

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को पटना के होटल मौर्या में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के एक वर्ष की उपलब्धियों को लेकर जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए लोजपा(रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान पर तीखा हमला बोला है। मांझी ने चिराग पासवान की रैली और हालिया गतिविधियों पर इशारों...

जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान पर साधा निशाना, बोले -जो कमजोर होता है ...ज्यादा बोलता है,समय आएगा तो खुल कर अपनी बातें रखेंगे

हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को पटना के होटल मौर्या में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के एक वर्ष की उपलब्धियों को लेकर जानकारी दी। साथ ही उन्होंने बिना नाम लिए लोजपा(रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान पर तीखा हमला बोला है। मांझी ने चिराग पासवान की रैली और हालिया गतिविधियों पर इशारों में करारा प्रहार करते हुए कहा कि "जो नेता सच में मजबूत होते हैं, वे अधिक बयानबाजी नहीं करते। जो कमजोर होता है, वही दिखावा करता है और ज्यादा बोलता है।"

बेवजह बोलने में विश्वास नहीं रखते-जीतन राम मांझी

बता दें कि मांझी ने यह बयान पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। उन्होंने चिराग पासवान का नाम लिए बिना कहा कि "जब समय आएगा, तब हम भी अपनी बात खुलकर रखेंगे। फिलहाल हम अनुशासित गठबंधन के भागीदार हैं और बेवजह बोलने में विश्वास नहीं रखते।"जीतन राम मांझी ने चिराग पासवान की रैलियों में जुट रही भीड़ को लेकर भी गंभीर  सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि, “मुझे जानकारी मिली है कि किसी एक जगह 20 गाड़ियां ले जाई जाती हैं। उनमें से 10 गाड़ियां सिर्फ नारेबाजी करने वालों की होती हैं। बाकी 10 गाड़ियां दूसरी जगह भेज दी जाती है, ताकि वहां भीड़ का माहौल बनाया जा सके। यह सिर्फ दिखावा है, जमीनी समर्थन नहीं।”

इसके बावजूद उन्होंने चुप्पी साधे रखी

मांझी ने यह भी खुलासा किया कि एनडीए में सीट बंटवारे के समय उन्हें दो लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट देने की बात हुई थी लेकिन अंतत: उन्हें एक लोकसभा सीट दी गई। इसके बावजूद उन्होंने चुप्पी साधे रखी। उन्होंने कहा, “हम अनुशासन में विश्वास रखने वाली पार्टी हैं। हमने गठबंधन धर्म निभाया, जबकि कुछ लोग हर मुद्दे पर खुलकर बोलते हैं और दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।”मांझी ने कहा कि इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान कुछ ऐसे लोग भी रहे जो केवल बोलते हैं। लेकिन, मैदान में उतरकर काम नहीं करते। उन्होंने कहा, “हम उन लोगों में शामिल नहीं हैं। हम ना केवल बोलते हैं, बल्कि जनता के बीच जाकर काम करते हैं।”