श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह का सदन में बड़ा आरोप, बेटे का हुआ था अपहरण....राजद के एक बड़े नेता ने मुझ से फिरौती मांगी थी
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि राजद को अपराध पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।'उन्होंने सदन के अंदर और बाहर कहा, '2005 में मेरे बेटे की किडनैपिंग हुई थी। तब राजद के एक बड़े नेता ने मुझ से फिरौती मांगी थी। वो मेरे घर आए थे। मंत्री संतोष सिंह ने आगे कहा, 'दोनों हाउस में किसी भी सदस्य के साथ ऐसी घटना नहीं हुई होगी। मैं उसका भुक्तभोगी हूं।

बिहार विधानसभा के १३वें दिन सदन का माहौल काफी गर्म रहा जहां विधान परिषद की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष ने बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर हंगामा शुरू किया। तो वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी विधान परिषद में एक फिर आमने सामने नजर आए। इधर राजद के प्रदर्शन पर मंत्री संतोष कुमार सिंह ने राजद को लेकर एक बड़ा बयान दिया।
राजद को अपराध पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं-मंत्री संतोष कुमार
मंत्री संतोष कुमार सिंह ने कहा कि राजद को अपराध पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।'उन्होंने सदन के अंदर और बाहर कहा, '2005 में मेरे बेटे की किडनैपिंग हुई थी। तब राजद के एक बड़े नेता ने मुझ से फिरौती मांगी थी। वो मेरे घर आए थे। मंत्री संतोष सिंह ने आगे कहा, 'दोनों हाउस में किसी भी सदस्य के साथ ऐसी घटना नहीं हुई होगी। मैं उसका भुक्तभोगी हूं। उस समय नीतीश कुमार मुख्यमंत्री थे।अमर बाबू डीएसपी और राजेश बाबू सिटी एसपी थे। मैंने सीएम को इस घटना की जानकारी दी थी। उस वक्त नीतीश कुमार ने आश्वासन दिया था कि मेरा बेटा सकुशल लौटेगा और ऐसा ही हुआ।
मंत्री को बताना चाहिए कि राजद के कौन बड़े नेता थे -राबड़ी देवी
वहीं श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह के आरोपों पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि 2007 में हमारी सरकार नहीं थी बल्कि बिहार में एनडीए की सरकार थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे, 2005 में हमारी सरकार खत्म हो गई थी। मंत्री को बताना चाहिए कि राजद के कौन बड़े नेता थे जिन्होंने फिरौती के रूप में पैसा मांगा था। उन्होंने कहा कि अपहरण का काम यही लोग करते हैं।