सहरसा हवाईअड्डा का रनवे युवाओं के सपनों को दे रहा उड़ान, सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने एयरपोर्ट के रनवे पर बैठकर दिया एग्जाम
सहरसा हवाईअड्डा का रनवे अब युवाओं के सपनों को उड़ान दे रहा है। जिस एयरपोर्ट के रनवे पर अब तक हवाई जहाज या हेलीकॉप्टर को उड़ान भरते या फिर उसे उतरते देखा जाता था, अब वहां पुलिस और अन्य सरकारी सेवाओं की तैयारी कर रह छात्रों को परीक्षा देते हुए देखा जा सकता है। सहरसा एयरपोर्ट पर सैकड़ों छात्र - छात्राएं खुले..

सहरसा हवाईअड्डा का रनवे अब युवाओं के सपनों को उड़ान दे रहा है। जिस एयरपोर्ट के रनवे पर अब तक हवाई जहाज या हेलीकॉप्टर को उड़ान भरते या फिर उसे उतरते देखा जाता था, अब वहां पुलिस और अन्य सरकारी सेवाओं की तैयारी कर रह छात्रों को परीक्षा देते हुए देखा जा सकता है। सहरसा एयरपोर्ट पर सैकड़ों छात्र - छात्राएं खुले आसमान के नीचे लिखित परीक्षा दे रहे हैं। यहां खुले आसमान के नीचे तकरीबन 300 से अधिक छात्र छात्राओं ने लिखित परीक्षा दिया। यह नजारा देखकर हर कोई दंग रह गया।
एकेडमी ने खुले रनवे को ही परीक्षा केंद्र बना दिया
दरअसल सहरसा एयरपोर्ट के रनवे का उपयोग इन दिनों एक निजी एकेडमी द्वारा किया जा रहा है। यह एकेडमी युवाओं को बिहार पुलिस, सेना और अन्य सुरक्षाबलों की भर्ती परीक्षा की तैयारी कराती है। पहले फिजिकल ट्रेनिंग देती है और फिर छात्रों की लिखित परीक्षा भी आयोजित करती है, चूंकि लिखित परीक्षा के लिए बड़ी जगह की जरूरत होती है, ऐसे में एकेडमी ने खुले रनवे को ही परीक्षा केंद्र बना दिया है।
हर रविवार को यहां परीक्षा होती है
हर रविवार को यहां परीक्षा होती है, जिसमें 300 से अधिक छात्र-छात्राएं भाग लेते हैं। परीक्षा की प्रक्रिया काफी व्यवस्थित ढंग से चलती है- बेंच या डेस्क नहीं होते, छात्र जमीन पर बैठकर उत्तर पुस्तिका में लिखते हैं। रनवे पर कतारबद्ध तरीके से छात्र-छात्राएं बैठे कर परीक्षा देते हैं। इस पूरी व्यवस्था को देखकर लोग हैरान हैं। वहीं एकेडमी के संचालक ने कहा कि अगर कहीं और उपयुक्त जगह उपलब्ध होती है तो परीक्षा वहां करवा दी जाती है लेकिन जब विकल्प नहीं होता तो रनवे का इस्तेमाल कर लिया जाता है।
वर्षों से फिजिकल ट्रेनिंग होती रही है
उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थान पर वर्षों से फिजिकल ट्रेनिंग होती रही है और अब लिखित परीक्षा भी कराई जा रही है। वहीं छात्राओं ने कहा कि रनवे की जगह खुले और शांत माहौल के कारण पढ़ाई और परीक्षा दोनों में आसानी होती है। जब भी कोई विमान आता है या उड़ान भरता है, तो वे रनवे को तुरंत खाली कर देते हैं। वहीं एकेडमी संचालक करण टाइगर का कहना है कि जब तक सरकार इस स्थान पर कोई निर्माण शुरू नहीं करती या कोई दिशा निर्देश नहीं जारी करती, तब तक वे लोग इसका उपयोग युवाओं के लिए करते रहेंगे।