पटना में बिना ब्रेक सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां, सफर हो जाएगा आसान, एक साथ मुड़ सकेंगी दो या अधिक वाहन

राजधानी पटना की पहली सड़क जिसका डिवाइडर स्टेनलेस स्टील ग्रिल से सजा होगा। इस सड़क का मुख्य उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना और जाम की समस्या को कम करना है।  इस परियोजना पर कुल 1.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और इसका निर्माण बिहार पथ विकास निगम द्वारा किया गया है। पटना में ट्रैफिक व्यवस्था को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा..

पटना में बिना ब्रेक सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां, सफर हो जाएगा आसान, एक साथ मुड़ सकेंगी दो या अधिक वाहन

पटना में लोगों को अब जाम से परेशानी नहीं होगी। साथ ही सड़क पर एक साथ दो से अधिक गाड़ियां भी मुड़ सकेंगी। पटनावासियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। राजधानी पटना की पहली सड़क जिसका डिवाइडर स्टेनलेस स्टील ग्रिल से सजा होगा। वहीं इस सड़क का मुख्य उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना और जाम की समस्या को कम करना है।  इस परियोजना पर कुल 1.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और इसका निर्माण बिहार पथ विकास निगम द्वारा किया गया है। पटना में ट्रैफिक व्यवस्था को आधुनिक और सुगम बनाने की दिशा में यह एक बड़ी पहल है। शहर के फोरलेन सड़कों पर अब बिना ट्रैफिक सिग्नल के वाहन दौड़ सकेंगे। इसके लिए संबंधित विभाग द्वारा नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है, जिसके तहत सिग्नल-फ्री मूवमेंट की व्यवस्था लागू की जाएगी।इसके तहत पटना में एक नई सड़क का निर्माण किया गया है जो बिना ट्रैफिक सिग्नल के वाहनों के संचालन की अनुमति देती है।

 यात्रियों के लिए यह मार्ग बहुत सुविधाजनक होगा

बता दें कि यह सड़क भिखारी ठाकुर गोलंबर से पशु विज्ञान विश्वविद्यालय चौराहा तक फैली हुई है और इसकी लंबाई 1200 मीटर है। वहीं एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों के लिए यह मार्ग बहुत सुविधाजनक होगा, क्योंकि यातायात को नियंत्रित करने के लिए दो यू-टर्न भी बनाए जा रहे हैं। इन यू-टर्नों की चौड़ाई 12 मीटर होगी, जिससे एक साथ दो या अधिक गाड़ियां मुड़ सकेंगी।इस व्यवस्था का लाभ उठाने के लिए, राइडिंग रोड से आने वाले वाहन आइएएस भवन के पास यू-टर्न लेकर एयरपोर्ट टर्मिनल, एयरपोर्ट कार्गो, पशु विज्ञान विश्वविद्यालय और अन्य स्थानों की ओर जा सकेंगे। बता दें कि यह सड़क नेहरू मार्ग पर चिड़िया घर, बिहार म्यूजियम और सचिवालय के सामने बिना सिग्नल सुगम यातायात व्यवस्था की सफलता को देखते हुए बनाई गई है।