तेजस्वी यादव के युवा छात्र संसद कार्यक्रम में अफरा-तफरी, टूट गया शीशा, कार्यकर्ता घायल
बिहार की राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में गुरुवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के युवा छात्र संसद कार्यक्रम के दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे प्रवेश द्वार का शीशा टूट गया और राजद का एक कार्यकर्ता घायल हो गया।राजद की ओर से बापू सभागार में आयोजित इस युवा संसद में राज्य भर से छात्र और युवा कार्यकर्ता पहुंचे थे। जैसे ही तेजस्वी यादव का भाषण ...

बिहार की राजधानी पटना स्थित बापू सभागार में गुरुवार को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के युवा छात्र संसद कार्यक्रम के दौरान अफरा-तफरी का माहौल बन गया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे प्रवेश द्वार का शीशा टूट गया और राजद का एक कार्यकर्ता घायल हो गया।राजद की ओर से बापू सभागार में आयोजित इस युवा संसद में राज्य भर से छात्र और युवा कार्यकर्ता पहुंचे थे। जैसे ही तेजस्वी यादव का भाषण समाप्त हुआ, छात्रों और कार्यकर्ताओं ने उनके साथ सेल्फी लेने की कोशिश की। इसी दौरान धक्का-मुक्की शुरू हो गई और बाहर निकलते वक्त भीड़ का दबाव इतना बढ़ गया कि सभागार का शीशे का दरवाजा टूट गया। गनीमत रही कि कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई, हालांकि एक कार्यकर्ता को सिर में चोट लगी।
तेजस्वी यादव ने किए युवाओं से वादे
बता दें कि बापू सभागार में राजद की ओर से युवा छात्र संसद का गुरुवार को आयोजन किया गया। इसमें राज्य भर से छात्र राजद के कार्यकर्ताओं और छात्रों ने हिस्सा लिया। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने इस कार्यक्रम को संबोधित किया। भाषण खत्म होने के बाद जैसे ही तेजस्वी बाहर निकल रहे थे, तभी भीड़ बेकाबू हो गई।
युवाओं और छात्रों के लिए कई वादे
बता दें कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने गुरुवार को बापू सभागार में युवाओं और छात्रों के लिए कई वादे किए। उन्होंने कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी सरकार बनने के बाद मिड डे मील में दूध और दो अंडा दिया जाएगा। साथ ही, सरकारी स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी और राज्य में एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय खोला जाएगा। दरअसल बापू सभागार की यह घटना बिहार की राजनीति में चुनाव से पहले छात्रों और युवाओं को साधने की तेजस्वी यादव की रणनीति को दर्शाती है। हालांकि, आयोजन के अंत में हुआ हादसा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी खड़े करता है। वहीं आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि तेजस्वी की घोषणाएं युवाओं को कितना प्रभावित करती हैं।