बिहार परिवहन विभाग में MVI पोस्टिंग पर विवाद: वरिष्ठता की अनदेखी से भड़के अधिकारी

बिहार के परिवहन विभाग में मोटरयान निरीक्षकों (Motor Vehicle Inspectors - MVI) की हालिया पोस्टिंग को लेकर विभाग के अंदर ही असंतोष और विवाद खड़ा हो गया है। वरिष्ठता की अनदेखी और कनिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख स्थानों पर तैनाती देने के आरोप लग रहे हैं।19 जून को जारी आदेश में विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का बंटवारा किया गया, जिसके बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों ने मौखिक रूप से अपनी नाराजगी जताई। उनके अनुसार.....

बिहार परिवहन विभाग में MVI पोस्टिंग पर विवाद: वरिष्ठता की अनदेखी से भड़के अधिकारी

बिहार के परिवहन विभाग में मोटरयान निरीक्षकों (Motor Vehicle Inspectors - MVI) की हालिया पोस्टिंग को लेकर विभाग के अंदर ही असंतोष और विवाद खड़ा हो गया है। वरिष्ठता की अनदेखी और कनिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख स्थानों पर तैनाती देने के आरोप लग रहे हैं।19 जून को जारी आदेश में विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यों का बंटवारा किया गया, जिसके बाद कई वरिष्ठ अधिकारियों ने मौखिक रूप से अपनी नाराजगी जताई। उनके अनुसार, कई अनुभवी और वर्षों से सेवा दे रहे MVI को वांछित पदस्थापन नहीं मिला, जबकि हाल ही में नियुक्त और कम अनुभव वाले अधिकारियों को प्रमुख जिलों में भेजा गया है।

जांच झेल रहे अफसरों को भी मिली पोस्टिंग
मोटरयान निरीक्षकों ने कहा कि पुराने एमवीआई की जगह कई मामलों में नए यानी अनुभव में कम वाले एमवीआई को ज्यादा बड़ा पद और जिम्मा दिया गया है। इतना ही नहीं कई ऐसे भी एमवीआई को जिम्मेदारी दी गई है जिनके खिलाफ आरोप लगे हैं और जांच चल रही है।कई एमवीआई ने कहा कि ऐसी नियुक्तियों से न केवल विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रभाव पड़ता है, बल्कि इससे वरिष्ठ अधिकारियों के मनोबल में भी गिरावट आती है। एक 'वरिष्ठ निरीक्षक' ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर कहा कि हमने वर्षों तक कठिन क्षेत्रों में सेवा दी, लेकिन अब जब हमें बेहतर पोस्टिंग की उम्मीद थी, तो हमें नजरअंदाज कर दिया गया। यह हमारे काम की अवहेलना है।कई एमवीआई यह भी सवाल उठा रहे हैं कि क्या नए सचिव को इसकी जानकारी नहीं है ?

प्रशासनिक प्रक्रिया पर सवाल
बता दें कि परंपरागत रूप से सरकारी सेवाओं में पोस्टिंग और पदोन्नति के लिए वरिष्ठता, कार्य अनुभव और सेवा की गुणवत्ता को प्रमुख आधार माना जाता है लेकिन इस बार के घटनाक्रम में यह देखा गया कि कई वर्षों से सेवा दे रहे वरिष्ठ मोटरयान निरीक्षकों को उनके वांछित या उपयुक्त स्थानों पर तैनाती नहीं दी गई। जबकि हाल ही में नियुक्त हुए अधिकारियों को प्रमुख जिलों या लाभकारी स्थानों पर भेजा गया है।बता दें कि बिहार परिवहन विभाग में MVI पोस्टिंग विवाद न सिर्फ शासन प्रशासन में पारदर्शिता की कमी को दर्शाता है, बल्कि इससे विभाग के भीतर का असंतोष भी सामने आता है। यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो यह विभाग की कार्यक्षमता और छवि— दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है।