लालू यादव पर अंबेडकर के अपमान का आरोप! जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने किया बचाव, बोले- जानबूझकर नहीं किया ऐसा
बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और ऐसे समय में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक वीडियो राजनीतिक तूफान का कारण बन गया है। वीडियो में लालू यादव के पैरों के पास डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर नजर आ रही है, जिसे लेकर भाजपा, जदयू और अन्य एनडीए दलों ने उन्हें जमकर घेरा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ चुका है। बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने लालू यादव को नोटिस भेजते हुए 15 दिन के भीतर जवाब...

बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और ऐसे समय में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक वीडियो राजनीतिक तूफान का कारण बन गया है। वीडियो में लालू यादव के पैरों के पास डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर नजर आ रही है, जिसे लेकर भाजपा, जदयू और अन्य एनडीए दलों ने उन्हें जमकर घेरा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ चुका है। बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने लालू यादव को नोटिस भेजते हुए 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है। साथ ही पूछा है कि क्यों SC-ST एक्ट के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज न किया जाए?
गोपाल मंडल ने किया बचाव
वहीं महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी और वामपंथी दल इस मुद्दे से दूरी बनाए हुए हैं। इस बीच सीएम नीतीश कुमार के करीबी नेता और जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने लालू यादव का बचाव किया है। जेडीयू विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि लालू यादव डॉ भीमराव अंबेडकर का अपमान कभी कर ही नहीं सकते। गोपाल मंडल ने कहा कि जब लालू यादव की सरकार बनी तो उन्होंने पिछड़े वर्गों को आवाज दी। उन्होंने पिछड़े समुदायों को जगाया और ऊंची जातियों के वर्चस्व को खत्म करने की कोशिश की।
कोई जानबूझकर किया गया काम नहीं था-जदयू विधायक
उन्होंने कहा कि अब उनकी सेहत ठीक नहीं रहती और वो पैर चढ़ा कर बैठते हैं। पैर नहीं हठाया उन्होंने ध्यान नहीं दिया। इसका ये मतलब नहीं कि वो भीमराव अंबेडकर का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने अंबेडकर की तस्वीर के पास पैर रख दिया तो यह कोई जानबूझकर किया गया काम नहीं था। जेडीयू विधायक ने आगे कहा कि लालू यादव की तबीयत ठीक नहीं रहती और अक्सर पैर चढ़ाकर बैठते हैं।
11 जून को अपना 78वां जन्मदिन मनाया था
गौरतलब हो कि आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने 11 जून को अपना 78वां जन्मदिन मनाया था। 14 जून को उनकी बर्थडे पार्टी का एक वीडियो सामने आया, जिसमें लालू यादव एक कुर्सी पर बैठे हैं और सामने एक दूसरी कुर्सी पर पैर रखे हैं। इसी बीच एक समर्थक हाथ में अंबेडकर की तस्वीर लेकर आता है और लालू के साथ फोटो खिंचवाने लगता है। जिस तरह से फोटो खींची गई है, उससे लग रहा है कि अंबेडकर की तस्वीर लालू यादव के पैरों के पास है। बिहार में चुनाव से पहले लालू यादव के इस वीडियो ने सामाजिक न्याय की राजनीति को एक बार फिर से केंद्र में ला खड़ा किया है। अब सबकी नजरें SC-ST आयोग की कार्रवाई और लालू यादव के जवाब पर टिकी हैं।