अमित शाह का मिथिला मिशन: जानकी मंदिर शिलान्यास और चुनावी तैयारी एक साथ
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बहुप्रतीक्षित यात्रा आगामी 8 अगस्त को बिहार के सीतामढ़ी में होने जा रही है। इस दौरे को धार्मिक आस्था, राजनीतिक रणनीति और विकास के एजेंडे का संगम माना जा रहा है। इस दौरे का मुख्य आकर्षण होगा -पुनौरा धाम स्थित जानकी मंदिर का शिलान्यास, जिसे अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज़ पर उत्तर भारतीय नागर शैली में भव्य रूप से बनाया....

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बहुप्रतीक्षित यात्रा आगामी 8 अगस्त को बिहार के सीतामढ़ी में होने जा रही है। इस दौरे को धार्मिक आस्था, राजनीतिक रणनीति और विकास के एजेंडे का संगम माना जा रहा है। इस दौरे का मुख्य आकर्षण होगा -पुनौरा धाम स्थित जानकी मंदिर का शिलान्यास, जिसे अयोध्या के राम मंदिर की तर्ज़ पर उत्तर भारतीय नागर शैली में भव्य रूप से बनाया जाएगा।
वर्षों से भव्य मंदिर की मांग
बता दें कि माता सीता की जन्मस्थली माने जाने वाले पुनौरा धाम में वर्षों से भव्य मंदिर की मांग की जा रही थी। अब यह सपना साकार होने जा रहा है। मंदिर का निर्माण सफेद संगमरमर और लाल बलुआ पत्थर से किया जाएगा।इसमें जानकी माता की प्रतिष्ठित प्रतिमा स्थापित की जाएगी। गर्भगृह और शिखर को विशेष रूप से दिव्य और भव्य रूप दिया जाएगा, जिससे यह मंदिर एक राष्ट्रीय धार्मिक धरोहर बन सके।
मिथिला की आस्था को मिलेगा नया रूप
बता दें कि अपने दौरे के दौरान अमित शाह केवल मंदिर शिलान्यास तक सीमित नहीं रहेंगे। वे सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर रोड, पुनौरा धाम को जोड़ने वाली पर्यटन सड़कें, सांस्कृतिक गलियारे, और पेयजल योजनाओं जैसी महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास व समीक्षा करेंगे।इन योजनाओं का मकसद मिथिलांचल को एक धार्मिक पर्यटन हब में तब्दील करना है, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। राजनीतिक हलकों में इस यात्रा को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की दृष्टि से NDA की रणनीतिक चाल माना जा रहा है।राम मंदिर के बाद अब जानकी मंदिर के एजेंडे को हिंदुत्व और सांस्कृतिक भावना से जुड़े वोट बैंक को साधने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है