बिहार चुनाव 2025: सीट बंटवारे से नाराज थे जीतन राम मांझी, अब कहा— "आलाकमान का फैसला मंजूर"

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है। इस बंटवारे में हम के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी को 6 सीटें दी गई हैं।हालांकि मांझी ने इससे पहले 8 सीटों की मांग की थी और नाराजगी भी जताई थी। उन्होंने यह तक कहा था कि अगर सहयोगी दलों के साथ न्याय नहीं हुआ, तो एनडीए को इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़....

बिहार चुनाव 2025: सीट बंटवारे से नाराज थे जीतन राम मांझी, अब कहा— "आलाकमान का फैसला मंजूर"

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है। इस बंटवारे में हम के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी को 6 सीटें दी गई हैं।हालांकि मांझी ने इससे पहले 8 सीटों की मांग की थी और नाराजगी भी जताई थी। उन्होंने यह तक कहा था कि अगर सहयोगी दलों के साथ न्याय नहीं हुआ, तो एनडीए को इसका राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

आलाकमान का फैसला स्वीकार, 
अब मांझी ने अपने रुख में बदलाव दिखाते हुए कहा है कि वह एनडीए नेतृत्व के फैसले को स्वीकार करते हैं और आगामी चुनाव में गठबंधन के लिए मजबूती से काम करेंगे।"हमने 8 सीटों की मांग की थी, लेकिन पार्टी को 6 सीटें मिली हैं।हमें कुछ नाराज़गी जरूर थी, लेकिन अब हम आलाकमान के आदेश का पालन करेंगे। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को दूर करूंगा और इन सीटों पर जीत सुनिश्चित करने का प्रयास करूंगा।"जो भी मिला है हम उससे संतुष्ट हैं...हमारे जाति का संस्कार है जहां हम रहते हैं ईमानदारी से रहते हैं। कमी में भी जिना सीखा है..अच्छा रहता है तो अच्छा में भी रहना सीखा है। इसलिए हमको कोई मलाला नहीं है..कोई दुख नहीं है।   

गठबंधन को नुकसान से बचाने की कोशिश
बता दें कि मांझी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एनडीए के भीतर सहयोगी दलों की नाराजगी की चर्चाएं तेज थीं। इससे पहले उपेंद्र कुशवाहा भी सीट बंटवारे से असंतुष्ट नजर आए थे।अब मांझी की नरमी से एनडीए को राहत जरूर मिली है, क्योंकि एकजुटता की मिसाल चुनाव में बड़ी भूमिका निभाती है।