चंद्रग्रहण 2025 : समय, सूतक काल और धार्मिक मान्यताएँ – जानें पूरी जानकारी

चंद्र ग्रहण रविवार को लगने जा रहा है। जो पूरे भारत से साफ दिखाई देगा।पटना स्थित आईएमडी के वैज्ञानिकों ने जानकारी दी कि चंद्रग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर की रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगी। रात 11 बजे से 12 बजकर 23 मिनट तक इसका पूर्ण चरण चलेगा और समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 27 मिनट पर होगा। भारतीय पंचांग के अनुसार यह ग्रहण 16-17 भाद्र, शक संवत 1947 को पड़ेगा। यह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलेशिया, एशिया, यूरोप और अटलांटिक..........

चंद्रग्रहण 2025 : समय, सूतक काल और धार्मिक मान्यताएँ – जानें पूरी जानकारी

चंद्र ग्रहण रविवार को लगने जा रहा है। जो पूरे भारत से साफ दिखाई देगा।पटना स्थित आईएमडी के वैज्ञानिकों ने जानकारी दी कि चंद्रग्रहण की शुरुआत 7 सितंबर की रात 9 बजकर 57 मिनट पर होगी। रात 11 बजे से 12 बजकर 23 मिनट तक इसका पूर्ण चरण चलेगा और समापन 8 सितंबर की रात 1 बजकर 27 मिनट पर होगा। भारतीय पंचांग के अनुसार यह ग्रहण 16-17 भाद्र, शक संवत 1947 को पड़ेगा। यह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलेशिया, एशिया, यूरोप और अटलांटिक महासागर के कई हिस्सों से भी देखा जा सकेगा।भारत में भी इसके सभी चरण साफ दिखाई देंगे।

सूतक काल और धार्मिक मान्यताएँ
वहीं चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले यानी 7 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से लग जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सूतक काल में भोजन पकाना या खाना, नए कार्य का आरंभ, मूर्ति पूजा और मूर्तियों का स्पर्श, तुलसी के पौधे का स्पर्श नहीं करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को चाकू एवं छुरी का प्रयोग कदापि नहीं करें, क्योंकि इसका सीधा असर गर्भ में पल रहे बच्चे पर होता है। चंद्रग्रहण को नग्न आंखों से न देखें।

21 सितंबर को सूर्यग्रहण लगने वाला है
बता दें कि  ग्रहण काल के पूर्व भोज्य तथा पेय पदार्थों में कुश या तुलसीदल रख दें। इससे इस पर ग्रहण की नकारात्मक किरणों का असर नहीं होता है लेकिन, ग्रहण के दौरान भगवान के मंत्र का जाप करना बहुत ही लाभकारी सिद्ध होता है।वहीं 21 सितंबर को सूर्यग्रहण लगने वाला है। 21 सितंबर को लगने वाले सूर्यग्रहण की शुरुआत सुबह 10:59 बजे होगी।सूर्यग्रहण का प्रभाव बिहार और आसपास के राज्यों पर कम रहेगा। उन्होंने बताया कि दोनों ग्रहणों के बीच पितृपक्ष का संयोग हानिकारक फल नहीं देगा।