PK ने पहलगाम आतंकी हमले पर बीजेपी को घेरा, बोले...भाजपा आतंकी हमले को धर्म से जोड़कर समाज में नफरत .. कड़ा विरोध होना चाहिए

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर कल जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत एक दिवसीय दौरे पर बांका पहुंचे थे। बांका में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने भाजपा पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है। भाजपा की नफरत की राजनीति हो या फिर दूसरे दलों की तुष्टीकरण की ...

PK ने पहलगाम आतंकी हमले पर बीजेपी को घेरा, बोले...भाजपा आतंकी हमले को धर्म से जोड़कर समाज में नफरत .. कड़ा विरोध होना चाहिए
Prashant Kishor

जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर कल जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत एक दिवसीय दौरे पर बांका पहुंचे थे। बांका में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने भाजपा पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा आतंकी घटना को धर्म से जोड़कर समाज में विद्वेष पैदा करना चाहती है। भाजपा की नफरत की राजनीति हो या फिर दूसरे दलों की तुष्टीकरण की राजनीति, दोनों ही पूरी तरह से गलत हैं और इसका विरोध होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की घटनाएं गलत हैं और आतंकी हमले की घटना पर देश को एकजुट होना चाहिए।

जनता के पैसे से प्रचार करना बंद करें-पीके

इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि हम मोदी जी से अनुरोध करते हैं कि वो गरीब और पिछड़े राज्य बिहार की जनता के पैसे से प्रचार करना बंद करें। सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है जिसमें कहा गया है कि पंचायती राज पदाधिकारियों को मधुबनी में प्रधानमंत्री की रैली में लोगों को सरकारी खर्चे पर ले जाने का आदेश दिया गया है और अगर भाजपा को प्रचार करना है तो वो अपने पास मौजूद करोड़ों रुपये से करे, वो गरीब जनता का पैसा क्यों बर्बाद कर रही है। 

मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री से सवाल

इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने मीडिया के जरिए प्रधानमंत्री से सवाल किया कि मोदी जी ने 2015 में आरा की रैली में बिहार के लिए 1 लाख 25 हजार करोड़ के पैकेज की घोषणा की थी। उनकी घोषणा को 10 साल हो गए हैं। मोदी जी को बताना चाहिए कि उन्होंने राशि भेजी या नहीं। और अगर उन्होंने राशि भेजी तो उन्हें बताना चाहिए कि बिहार में उनकी और जदयू की सरकार ने उस राशि को लूट लिया।

सीएम पर साधा निशाना

वहीं प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश सरकार ने 2006 में घोषणा की थी कि 50 लाख भूमिहीन दलित महादलित परिवारों को 3 डिसमिल जमीन दी जाएगी लेकिन नीतीश कुमार के 20 साल के शासन के बाद भी मात्र 2 लाख 34 हजार परिवारों को ही 3 डिसमिल जमीन दी गई है। इसलिए जीविका दीदी, विकास मित्र, टोला सेवक चाहे जितना भी जदयू का प्रचार कर लें, जनता नीतीश कुमार को वोट नहीं देने वाली है।