बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन की अगली बैठक मई में, पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पटना में कल कैंडल मार्च

राजधानी पटना स्थित कांग्रेस दफ्तर सदाकत आश्रम में गुरुवार को महागठबंधन की दूसरी बैठक आयोजित की गई। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से आए पंचायत प्रतिनिधि ने भाग लिया। इसमें एक मुख्य कोऑर्डिनेशन कमिटी के अतिरिक्त कुछ अन्य समितियों का गठन करने का फैसला लिया गया। वहीं बिहार चुनाव से पहले एक बार फिर से आगामी 4 मई को महागठबंधन के सभी घटक दलों के जिलाध्यक्षों..

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन की अगली बैठक मई में, पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर पटना में कल कैंडल मार्च

राजधानी पटना स्थित कांग्रेस दफ्तर सदाकत आश्रम में गुरुवार को महागठबंधन की दूसरी बैठक आयोजित की गई। जिसमें बिहार के विभिन्न जिलों से आए पंचायत प्रतिनिधि ने भाग लिया। इसमें एक मुख्य कोऑर्डिनेशन कमिटी के अतिरिक्त कुछ अन्य समितियों का गठन करने का फैसला लिया गया। वहीं बिहार चुनाव से पहले एक बार फिर से आगामी 4 मई को महागठबंधन के सभी घटक दलों के जिलाध्यक्षों, सांसद, विधायक और एमएलसी की संयुक्त रूप से बैठक बुलाई गई है। इसके अलावा महागठबंधन की ओर से कल यानी शुक्रवार 25 अप्रैल को राजधानी पटना में शाम 7 बजे इनकम टैक्स गोलंबर से डाकबंगला चौराहा तक कैंडल मार्च निकालकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मृत नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी।

साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा..

बता दें कि गुरुवार को हुई मीटिंग की शुरुआत में सभी नेताओं ने मौन रखकर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में दो दिन पहले हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं बैठक खत्म होने के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने एजेंडे के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में सभी विपक्षी दल और पूरे देश एकजुट है। हम चाहते हैं कि आतंकियों को कड़ा जवाब मिले लेकिन, जवाब मौजूदा भारत सरकार को भी देना चाहिए कि कैसे इतना बड़ा हमला हो गया।

इंटेलिजेंस सिस्टम पर सवाल 

मीडिया से बातचीत में तेजस्वी यादव ने कहा कि पहलगाम हमले से इंटेलिजेंस सिस्टम पर सवाल उठते हैं। कैसे आतंकी सीमा पार करके कश्मीर में आ गए और उन्होंने साजिश के तहत नागरिकों को मार गिराया। गुरुवार को हुई मीटिंग में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कृष्णा अल्लावरु एवं प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी समेत तीनों वाम दलों सीपीआई, सीपीएम और सीपीआई माले के नेता मौजूद रहे।