पायलट लुक में नजर आए एस. सिद्धार्थ, शिक्षा विभाग के एक्स अकाउंट से शेयर की गई तस्वीर
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ, जो शिक्षा विभाग में सुर्खियों में हमेशा बने रहते हैं। एस सिद्धार्थ कभी स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं तो कभी सड़क किनारे चाय पीते नजर आते हैं। अपने इसी अनोखे अंदाज को लेकर सिद्धार्थ एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार वह पायलट के लुक में नजर आए हैं। वहीं पायलट...

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ, जो शिक्षा विभाग में सुर्खियों में हमेशा बने रहते हैं। एस सिद्धार्थ कभी स्कूलों का निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं तो कभी सड़क किनारे चाय पीते नजर आते हैं। अपने इसी अनोखे अंदाज को लेकर सिद्धार्थ एक बार फिर से चर्चा में हैं। इस बार वह पायलट के लुक में नजर आए हैं। वहीं पायलट की भूमिका में भी वह लोगों की तारीफें बटोर रहे हैं। एस सिद्धार्थ की तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जिसमें वे पायलट के ड्रेस में नजर आ रहे हैं। पीछे विमान भी दिख रहा है।
शिक्षा विभाग के एक्स अकाउंट से शेयर की गई
बता दें कि यह फोटो शिक्षा विभाग के एक्स अकाउंट से शेयर की गई है, जिसमें लिखा गया है ACS शिक्षा विभाग, डॉ. एस. सिद्धार्थ आज भी छात्र की भूमिका में रहते हैं। ये तस्वीर गुरुवार की सुबह 8 बजे की है, जब वो अपने एरोनॉटिकल कौशल को और प्रखर करते नजर आ रहे हैं। विमान CESSNA 172 में अकेले उड़ान भरते हुए उनके सीखने की ललक को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
1991 बैच के आईएएस ऑफिसर
दरअसल सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। इस बात को पूरी तरह चरितार्थ कर रहे हैं बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ। बता दें, एस सिद्धार्थ 1991 बैच के आईएएस ऑफिसर हैं और वर्तमान में बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के तौर पर कार्यरत हैं। शिक्षा विभाग की स्थिति को मजबूत करने और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एस सिद्धार्थ हमेशा कुछ न कुछ नया करते रहते हैं। कई बार वे शिक्षकों को डायरेक्ट वीडियो कॉल लगा कर देखते हैं कि वे स्कूल में मौजूद हैं कि नहीं।
वह पेंटर और कार्टूनिस्ट भी हैं
गौरतलब हो कि, एस सिद्धार्थ एक प्रशिक्षित पायलट हैं। उन्होंने 2020 से 2021 के बीच अपनी ट्रेनिंग पूरी की। इसके अलावा उन्हें वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का भी शौक है। वह पेंटर और कार्टूनिस्ट भी हैं। ACS का कहना है कि सीखने की न तो कोई उम्र होती है न ही कोई सीमा। हम एक छात्र की भूमिका में ही अपने जीवन की सर्वश्रेष्ठता को प्राप्त कर सकते हैं। "तो आइए, हम भी अपने सीखने की चाह को जिंदा रखें और अपने सपनों को साकार करें।"