परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही, घर पर खड़ी कार का कट गया ओवरस्पीड का चालान,वाहन मालिक हैरान

बिहार के परिवहन विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। लापारवाही भी ऐसी कि मधेपुरा के शख्स की कार पर मोतिहारी में ओवर स्पीडिंग का चालान कट गया। हैरानी की बात यह है कि कार पिछले 25 दिनों से मालिक के घर के बाहर खड़ी है। इस दौरान न तो कार स्टार्ट की गई, न ही कहीं ले जाई गई। ऐसे में मोतिहारी जैसे दूर जिले में चालान कटना मजाक..

परिवहन विभाग की बड़ी लापरवाही, घर पर खड़ी कार का कट गया ओवरस्पीड का चालान,वाहन मालिक हैरान

बिहार के परिवहन विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। लापारवाही भी ऐसी कि मधेपुरा के शख्स की कार पर मोतिहारी में ओवर स्पीडिंग का चालान कट गया। हैरानी की बात यह है कि कार पिछले 25 दिनों से मालिक के घर के बाहर खड़ी है। इस दौरान न तो कार स्टार्ट की गई, न ही कहीं ले जाई गई। ऐसे में मोतिहारी जैसे दूर जिले में चालान कटना मजाक जैसा है। वहीं सरकार और परिवहन विभाग को भी ऐसी तकनीकी गड़बड़ियों की गंभीरता से जांच करनी चाहिए, ताकि निर्दोष लोगों को परेशानी न हो।

दो हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया

दरअसल मधेपुरा शहर के वार्ड नंबर 19 निवासी निशांत को मंगलवार को एक मैसेज मिला। मैसेज में बताया गया कि उनकी कार मोतिहारी में तेज गति से चलने के कारण पकड़ी गई है। इस पर दो हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। परिवहन विभाग से मैसेज मिलने के बाद वाहन मालिक हैरान हैं। निशांत ने बताया कि उनकी कार पिछले 25 दिनों से घर के बाहर खड़ी है। वह करीब एक महीने पहले मोतिहारी गए थे। चालान की सूचना मिलते ही वह मधेपुरा के जिला परिवहन कार्यालय पहुंचे। वहां से उन्हें मोतिहारी जाने को कहा गया। क्योंकि चालान वहीं से जारी हुआ है।

शिकायत करने में पांच हजार रुपए खर्च -कार मालिक

वहीं निशांत का कहना है कि फर्जी चालान की शिकायत करने में पांच हजार रुपए खर्च होंगे। जबकि चालान की राशि मात्र दो हजार रुपए है। वह अब इस मामले को लेकर परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायत करेंगे। उनका मानना है कि या तो विभाग के सिस्टम में गड़बड़ी है या किसी ने उनकी कार की नंबर प्लेट की नकल कर ली है। 

वाहन की स्थिति और चालान की जांच करते रहें

परिवहन कार्यालय के हेल्प डेस्क के अनुसार, गलत चालान की स्थिति में वाहन मालिक संबंधित जिला परिवहन पदाधिकारी से शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए चालान की छायाप्रति के साथ आवेदन देना होगा। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। वहीं ऐसी घटनाओं से बचने के लिए वाहन मालिकों को चाहिए कि वे समय-समय पर अपने वाहन की स्थिति और चालान की जांच करते रहें।