टोल टैक्स की वसूली के लिए सरकार ने फास्टैग नियमों में किया बदलाव, जानिये?
DESK : पूरे भारत में सड़कों की स्थिति में जबरदस्त सुधार आया है. सरकार सड़क बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ रही है, ताकि आम जनता को इससे किसी तरह की समस्या हो. इसके लिए सरकार सड़कों को दुरुस्त कर रही है. सरकार के द्वारा टोल टैक्स की भी वसूली की जा रही है. इस टोल टैक्स की वसूली फास्टैग से भी की जाती है. अब इस फास्टैग के नियमों में कुछ बदलाव किया जा रहा है.
- पहला, फास्टैग खातों, जो तीन से पांच साल पुराने हैं, के लिए आपको अपने KYC विवरणों को अपडेट करना होगा.
- सभी पांच साल से अधिक पुराने फास्टैग को बदलना होगा.
- यदि आपका फास्टैग पांच साल से अधिक पुराना है तो आपको नया टैग मांगना होगा.
- अब उपयोगकर्ताओं को अपने वाहन की पूरी जानकारी देनी होगी.
यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि पता चल सके कि, एक फास्टैग सिर्फ एक कार द्वारा प्रयोग किया जाता है और इसे दूसरे वाहनों से नहीं बाँट दिया जाता है. फास्टैग के नए नियमों के अनुसार, अब वाहन के पंजीकरण नंबर, चेसिस नंबर और चालक के मोबाइल नंबर को लिंक करना अनिवार्य होगा. इसके अलावा, नई कार खरीदने वालों को 90 दिनों के भीतर फास्टैग में पंजीकृत होना होगा.
फास्टैग जारी करने वालों और प्रदाताओं को उपयोगकर्ता द्वारा सबमिट किए गए सभी विवरणों की सख्त जांच करनी चाहिए. वहां सभी जानकारी उपलब्ध होगी. भारत की राष्ट्रीय वाहन रजिस्ट्री से उनका मेल खाना चाहिए. इन सभी प्रक्रियाओं से आपका डेटा फास्टैग में अपडेट है. फास्टैग की सही पहचान करने के लिए इसका सही तरीके से फोटो लिया जाना जरूरी है. यह आगे-पीछे और दाएं-बाएं से लिया जाना जरूरी है. इससे फास्टैग की सही और पूर्ण जानकारी हासिल हो सकेगी. फास्टैग का वाहन के सामने वाले शीशे यानी विंडशील्ड पर स्पष्ट दिखाई देना जरूरी है.
फास्टैग के अब इन नियमों के तहत यूजर का मोबाइल नंबर FASTag से लिंक होना अनिवार्य है. FASTag का मोबाइल नंबर से लिंक होने के बाद प्रदाता सीधे यूजर से संपर्क कर सकता है और लाइव अपडेट और FASTag स्टेटस नोटिफिकेशन सब कुछ साझा कर सकता है. इन नियमों के तहत टोल बूथ पर भीड़ भाड़ को कम किया जा सकेगा.
REPORT - KUMAR DEVANSHU