पटना में RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज, लालू यादव करेंगे अध्यक्षता, वरिष्ठ नेता होंगे शामिल

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक आज (4 जुलाई) दोपहर 2 बजे पटना स्थित होटल मौर्या में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव करेंगे।इस बैठक में तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, मंगनी लाल मंडल, मनोज झा, संजय यादव, अभय कुशवाहा और अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे पार्टी के शीर्ष नेता भाग लेंगे। राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने बताया....

पटना में RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आज, लालू यादव करेंगे अध्यक्षता, वरिष्ठ नेता होंगे शामिल
LALU YADAV

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की अहम बैठक आज (4 जुलाई) दोपहर 2 बजे पटना स्थित होटल मौर्या में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव करेंगे।इस बैठक में तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, मंगनी लाल मंडल, मनोज झा, संजय यादव, अभय कुशवाहा और अब्दुल बारी सिद्दीकी जैसे पार्टी के शीर्ष नेता भाग लेंगे। राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव ने बताया कि बैठक में 5 जुलाई को प्रस्तावित राष्ट्रीय परिषद की बैठक और खुले अधिवेशन की तैयारियों पर गहन चर्चा की जाएगी।

5 जुलाई को बापू सभागार में होगा राष्ट्रीय अधिवेशन
बता दें कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के ठीक एक दिन बाद, यानी 5 जुलाई को पटना के बापू सभागार में RJD की राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। इस बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे करेंगे।इस अधिवेशन के दौरान लालू यादव को एक बार फिर RJD का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किए जाएंगे। गौरतलब हो कि उन्होंने 23 जून को RJD कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। उस वक्त तेजस्वी यादव समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

28 वर्षों से अध्यक्ष पद पर कायम हैं लालू यादव
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर RJD की स्थापना की थी और तब से ही वे पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं। यह बैठक ऐसे वक्त हो रही है जब बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव और 2026 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। ऐसे में इस बैठक को चुनावी रणनीति से भी जोड़कर देखा जा रहा है। RJD की यह बैठक पार्टी के लिए न केवल संगठनात्मक दिशा तय करने वाली साबित होगी, बल्कि यह 2025 विधानसभा चुनाव के पहले लालू-तेजस्वी के नेतृत्व में पार्टी की भावी रणनीति का भी संकेत दे सकती है।