एक्शन मोड में cm नीतीश बिहार में होना हैं विपक्षी एकता मीटिंग, महागठबंधन की तैयारी तेज...

सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी अपने विधायकों के साथ बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उन पर विश्वास जताया, कुछ दिन पहले ही मांझी ने महागठबंधन से लोकसभा चुनाव में पांच सीटों की मांग कर दी थी |

एक्शन मोड में cm नीतीश बिहार में होना हैं विपक्षी एकता मीटिंग, महागठबंधन की तैयारी तेज...

     Deswa Desk : बिहार में इन दिनों विपक्षी एकता के लिए बिहार के मुखिया नीतीश कुमार लगातार दौरे पर हैं| इसी बीच ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, राहुल गांधी और कई बड़े नेता से मुलाकात की| नीतीश कुमार भले विपक्षी एकता को लेकर पूरे देश के नेताओं को एकजुट करने की मुहिम में जुटे हो। लेकिन, उनका महागठबंधन उनके हाथों से फिसलता जा रहा है। बिहार में महागठबंधन की सरकार में 7 राजनीतिक दल एक साथ हैं। यहां सरकार में सभी शामिल है। लेकिन, सभी दल हर मुद्दे को लेकर अलग-अलग राय बना रहे हैं।वही बिहार में 12 जून को विपक्षी एकता की बैठक बिहार के पटना में होने वाली थी लेकिन अब ये बैठक टल गई है और अब ये खबर सामने आ रही है की 23 जून को यह बैठक बिहार की राजधानी पटना में होगी| 

     

     सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी अपने विधायकों के साथ बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर उन पर विश्वास जताया, कुछ दिन पहले ही मांझी ने महागठबंधन से लोकसभा चुनाव में पांच सीटों की मांग कर दी थी, जो महागठबंधन के लिए झटका माना जा रहा था।इस बीच, मांझी बुधवार को अपने सभी विधायकों के साथ मुख्यमंत्री आवास पहुंच कर इसके संकेत दे दिए कि वे नीतीश कुमार के साथ बने रहेंगे। वैसे, मांझी अपनी ही सरकार के विरोध में कई बार बयान दे चुके हैं।उन्होंने पिछल कुछ दिनों पहले कहा था की जब समस्याओं को लेकर सचिन पायलट अशोक गहलोत के खिलाफ धरना पर जा सकते हैं तो हम भी नीतीश के खिला क्यों नहीं जा सकते|लेकिन अब मुख्यमंत्री से मिलने के बाद बाहर निकले मांझी ने इस मुलाकात को सकारात्मक बताया।उन्होंने कहा कि हमलोग नीतीश कुमार के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमलोग एक साथ बैठकर सीट बंटवारे को लेकर सभी बातें तय कर लेंगे। वैसे, मांझी की पहचान बयान बदलने वाले नेता के रूप में रही है।