बिहार को मिली एक और वंदे भारत ट्रेन की सौगात, पटना से गोरखपुर के बीच दौड़ेगी हाईस्पीड रेल, PM मोदी 20 जून को सीवान से दिखाएंगे हरी झंडी
बिहार को 20 जून को एक और बड़ी रेल सौगात मिलने जा रही है।PM मोदी देंगे बिहार को नई वंदे भारत ट्रेन की सौगात, 20 जून को पटना-गोरखपुर के बीच चलेगी बिहार की 8वीं वंदे भारत ट्रेन।483 किलोमीटर का यह सफर करीब 7 घंटे में पूरा करेंगी। PM मोदी सीवान में अपनी जनसभा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाएं.....

बिहार को 20 जून को एक और बड़ी रेल सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीवान की जनसभा से वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। यह पटना (पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन) से गोरखपुर के बीच दौड़ेगी और यह राज्य की 8वीं वंदे भारत एक्सप्रेस होगी।दोपहर करीब 2.20 बजे खुलकर वंदे भारत ट्रेन मुजफ्फरपुर, मोतिहारी- बेतिया होकर रात 9.30 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। 483 किलोमीटर का यह सफर करीब 7 घंटे में पूरा करेंगी। PM मोदी सीवान में अपनी जनसभा से ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
हर स्टेशन पर दो-दो मिनट ट्रेन रुकेगी
इस ट्रेन के शुरू होने से खासकर मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, बेतिया और हाजीपुर के यात्रियों को पटना और गोरखपुर के बीच आवागमन में बड़ी सहूलियत मिलेगी। हर स्टेशन पर दो-दो मिनट ट्रेन रुकेगी।बता दें कि अभी तक इस रूट पर कोई सीधी ट्रेन उपलब्ध नहीं थी। यह ट्रेन शनिवार को छोड़कर सप्ताह में 6 दिन चलेगी। पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन से गोरखपुर के बीच वंदे भारत का ठहराव 7 स्टेशनों पर होगा।रेलवे के मुताबिक, ट्रेन के परिचालन की अधिसूचना जारी कर दी गई है। हाजीपुर सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि बुधवार शाम तक ट्रेन का पूरा टाइम टेबल सार्वजनिक कर दिया जाएगा।
वंदे भारत में 8 पैसेंजर बोगी
जानकारी के लिए बता दें कि वंदे भारत में 8 पैसेंजर बोगी हैं, जिसमें कुल 598 यात्री सवार हो सकते हैं। एक पैसेंजर बोगी में सीटिंग अरेंजमेंट 3X2 रहेगा, जिसमें 78 सीटें होंगी। इस तरह की 7 बोगियां होंगी। वहीं, ट्रेन के बीच में एक बोगी एग्जीक्यूटिव क्लास की रहेंगी, जिसमें सीटिंग अरेंजमेंट 2X2 का होगा और 52 यात्री सफर कर सकेंगे। इस ट्रेन के शुरू होने से उत्तर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा। ट्रेन का रख-रखाव गोरखपुर यार्ड में किया जाएगा। यह ट्रेन पहले प्रयागराज रूट के लिए लाई गई थी, लेकिन अब इसे पाटलिपुत्र-गोरखपुर रूट पर चलाने का निर्णय लिया गया है। बिहार और पूर्वांचल के बीच यह नई वंदे भारत ट्रेन न केवल यात्रा को तेज और आरामदायक बनाएगी, बल्कि रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में भी एक अहम कदम होगी।